इस बार श्राद 16 दिन ही रहेंगे श्राद पूजा करना ख़ास इसलिए माना जाता है क्योकि पितरों के लिए श्राद्ध एवं तर्पण करने से हमारे पितर तृप्त होकर वंश वृद्धि और सुख शांति का आशीर्वाद प्रदान करते हैं इस लिए इन दिनों दान करना भी जरुरी माना जाता है।
आपको बता दे की श्राद को मानाने के कारण यही है की दिवंगत पूर्वजों के निमित्त श्राद्ध, तर्पण, पिंड़दान यज्ञ तथा भोजन कराने से पुण्य मिलता है।
और इस दान को ही श्राद कहा जाता है लेकिन इसे कैसे मानते है और कब और क्यों मानते है।