जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव (Assembly elections in Jammu and Kashmir)का बिगुल बज चुका है। भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) और कांग्रेस सत्ता में वापसी (Congress returns to power)के लिए लड़ाई लड़ रही है। कांग्रेस सांसद आज से यहां अपनी रैली शुरू करने जा रहे हैं। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले सप्ताह इसका आगाज करेंगे। आपको बता दें कि 18 सितंबर को पहले चरण के लिए वोट डाले जाएंगे।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी बुधवार को रामबन और अनंतनाग जिलों में दो रैलियों के साथ जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पार्टी के प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे। जम्मू और कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (JKPCC) के प्रमुख तारिक हामिद कर्रा के अनुसार, राहुल गांधी नई दिल्ली से जम्मू पहुंचेंगे। सबसे पहले जम्मू और कश्मीर कांग्रेस के पूर्व प्रमुख विकार रसूल वानी के लिए प्रचार करेंगे। वह बनिहाल विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं।
इसके बाद, राहुल गांधी अनंतनाग जिले के डूरू इलाके में जाएंगे, जहां वह कांग्रेस महासचिव और पूर्व मंत्री गुलाम अहमद मीर के समर्थन में एक और रैली को संबोधित करेंगे। मीर डूरू विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। कर्रा ने यह भी कहा कि रैलियों को संबोधित करने के बाद राहुल गांधी शाम को श्रीनगर से दिल्ली लौट आएंगे।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले सप्ताह जम्मू-कश्मीर में तीन चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी दो जम्मू क्षेत्र में और कश्मीर में एक रैली को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी के भाषणों में अनुच्छेद-370 की समाप्ति के साथ-साथ हाल के कुछ वर्षों में जम्मू-कश्मीर में हुए विकास के कामों का जिक्र होने की उम्मीद है। साथ ही वह जम्मू-कश्मीर में पहली बार विधानसभा सीटों में एससी/एसटी समुदायों के लिए कोटा का भी जिक्र कर सकते हैं।
सूत्रों ने कहा कि पीएम मोदी के 8 सितंबर के बाद केंद्र शासित प्रदेश का दौरा करने की संभावना है। जम्मू क्षेत्र के डोडा में कम से कम एक रैली को जरूर संबोधित करेंगे। यहां हाल ही में कई आतंकवादी हमले हुए हैं।
जम्मू-कश्मीर में 10 साल में पहली बार विधानसभा चुनाव हो रहे हैं और 18 सितंबर को पहले चरण का मतदान होगा। चुनाव से जुड़े भाजपा सूत्रों ने बताया कि पार्टी जम्मू में कम से कम 35 सीटें जीतने की उम्मीद कर रही है, जहां परिसीमन के बाद 43 विधानसभा सीटें हैं। साथ ही, कश्मीर में भी पार्टी इतनी सीटें जीतना चाहती है कि वह केंद्र शासित प्रदेश में सरकार बनाने में अहम भूमिका निभा सके। नई विधानसभा में 90 सदस्य हैं।