माली के प्रधान मंत्री चोगुएल माईगा को उनके डॉक्टर ने महीनों की कड़ी मेहनत के बाद आराम करने का आदेश दिया है. ये जानकारी उनके कार्यालय की तरफ से दी गई है. जबकि एक सलाहकार ने मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया कि उन्हें एक स्ट्रोक से पीड़ित होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसके बाद उन्हें आराम करने की सलाह दी गई है.
उनके कार्यालय ने अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट करते हुए लिखा, “बिना ब्रेक के 14 महीने काम करने के बाद, प्रधान मंत्री, सरकार के प्रमुख, चोगुएल कोकल्ला माईगा को उनके डॉक्टर ने जबरन आराम दिया है.” साथ ही यह भी कहा है, “वह अगले सप्ताह से फिर से अपने काम पर लौट सकते हैं.” पेरिस स्थित ज्यून अफ्रिक पत्रिका ने सबसे पहले अपने करीबी सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि माईगा को दौरा पड़ा था.
बता दें कि माली के सत्तारूढ़ जुंटा ने पूर्व विपक्षी नेता माईगा को सरकार के प्रधान मंत्री के रूप में नामित किया था, जिसका नेतृत्व पिछले साल जून में किया गया था. जुंटा अगस्त 2020 के तख्तापलट में सत्ता में आए और उन्होंने 2024 में लोकतांत्रिक चुनाव आयोजित करने का वादा किया. वहीं माली में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन द्वारा ट्रूप रोटेशन सोमवार को फिर से शुरू होगा.
एक मिशन प्रवक्ता ने शनिवार को यह जानकारी दी. एक महीने बाद मालियन अधिकारियों ने उन्हें निलंबित कर दिया था और विदेशी सैनिकों पर बिना अनुमति के देश में प्रवेश करने का आरोप लगाया था. माली के सत्तारूढ़ जुंटा ने 14 जुलाई को आइवरी कोस्ट से 49 सैनिकों को गिरफ्तार करने के बाद लगभग 12,000-मजबूत मिशन के लिए सेना के रोटेशन को निलंबित कर दिया था, जिन्होंने कहा था कि वे बिना अनुमति के देश में पहुंचे थे.
वहीं आइवरी कोस्ट ने इससे इनकार किया. वहीं संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञों ने हाल में प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा था कि माली के सशस्त्र बलों ने कथित तौर पर मॉरिटानिया के साथ लगती सीमा के पास मार्च में “श्वेत सैनिकों” के साथ एक अभियान चलाया, जिसमें देश के कई अभियानों में से एक में कम से कम 33 नागरिकों को गोली मारकर हत्या कर दी गयी और जला डाला गया.