Breaking News

छत्तीसगढ़ में बर्ड फ्लू! पोल्ट्री फार्म में 3000 से ज्यादा मुर्गियों की मौत, ब्लड सैंपल से हो रही जांच

छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में बर्ड फ्लू की आशंका जताई जा रही है. जिले के दल्लीराजहरा नगरपालिका क्षेत्र में तिवारी पोल्ट्री फार्म में 3 हजार से अधिक मुर्गियों की मौत होने से हड़कंप मच गया. बिना पशु विभाग को जानकारी दिए इन मुर्गियों को दफना दिया गया. एक ही पोल्ट्री फार्म में 3 हजार से अधिक मुर्गियों की मौत से क्षेत्र के निवासियों में सनसनी फैल गई.

बताया जा रहा है कि बिना पशु विभाग के संज्ञान में लाए मृत मुर्गियों को फार्म संचालक द्वारा जमीन में गड्ढा कर दफनाया जा रहा था. इसकी खबर स्थानीय मीडिया को लगी. सूचना मिलने पर जब स्थानीय मीडिया मौके पर पहुंची, तो मृत मुर्गियों को दफन कर रहे पोल्ट्री फार्म के लोगों द्वारा मीडिया कर्मियों को धमकी दी गई. फोटो व वीडियो बनाने पर पोल्ट्री फॉर्म के लोगों द्वारा मारने की धमकी दी गई.

इसके बाद पोल्ट्री फार्म में पशु विभाग, पुलिस व पालिका की टीम पहुंची. पोल्ट्री फॉर्म से जांच के लिए जिंदा मुर्गियों के ब्लड सैम्पल लिए. वहीं, अचानक हुई मुर्गियों की मौत से बर्ड फ्लू की आशंका जताई जा रही हैं. पशु विभाग के उप संचालक डीके सिहारे ने मुर्गियों की हुई मौत पर लैब रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहने की बात कही है.

बिना एनओसी के संचालित हैं पोल्ट्री फार्म- सिहारे
उप संचालक डीके सिहारे ने बताया कि 2 फरवरी को 1560 मुर्गीयों की मौत हुई, फिर रविवार को 1500 के आसपास मुर्गियां मरी हैं. उप संचालक ने आगे बताया कि मुर्गियों की हो रही मौत की जानकारी पोल्ट्री फार्म द्वारा विभाग को नहीं दी गई थी. किसी तरह से संक्रमण न फैले इसके लिए मृत मुर्गियों को प्रॉपर तरीके से चूना का छिड़काव कर दफनाना चाहिए था. वहीं, बिना एनओसी के संचालित पोल्ट्री फार्म और बिना जानकारी दिए मृत मुर्गियों को दफनाने के मामले में पोल्ट्री फार्म के संचालक पर कार्यवाही करने की बात पशु विभाग के उप संचालक ने कही है.

क्षेत्र के सभी पोल्ट्री फार्म में मॉनिटरिंग करने के निर्देश
डौंडीलोहारा एसडीएम योगेंद्र श्रीवास ने बताया कि वेटनरी विभाग को पोल्ट्री फार्म के संचालक से अंडरटेकिंग लेकर मुर्गियों के क्रय-विक्रय नहीं करने की बात कही है. जांच रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा. क्षेत्र के सभी पोल्ट्री फार्म में मॉनिटरिंग कर निगरानी रखने वेटनरी विभाग की कहा गया है.