नेपाल की पूर्व चुनाव आयुक्त इला शर्मा बिल्ली के गायब होने पर इतनी दुखी हुईं कि वह दिवाली मनाने के लिए दिल्ली नहीं गईं। उन्होंने अपने सारे कार्यक्रम गोरखपुर स्टेशन से ही स्थगित कर दिए। बिल्ली को ढूंढने के कारण वह तीन दिनों तक गोरखपुर सर्किट हाउस में रूकी रहीं। तीन दिनों के बाद भी उनकी पालतू बिल्ली (हिवर) का पता नहीं चल सका है। इतना ही नहीं, वह शनिवार को सर्किट हाउस से स्टेशन पहुंचीं और घंटों प्लेटफॉर्म से लेकर पूरे सर्कुलेटिंग एरिया में अपनी बिल्ली को खोजती रहीं। लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका है। बतातें चलें कि पूर्व चुनाव आयुक्त इला शर्मा बुधवार को नेपाल से गोरखपुर दिल्ली जाने के लिए पहुंची थीं। उनके साथ पालतू बिल्ली हीवर भी थी। रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर छह से उनकी बिल्ली हीवर गायब हो गई।
काफी खोजबीन के बाद जब बिल्ली नहीं मिली तो इला शर्मा ने जीआरपी को तहरीर दी। तलाशने वाले को 11 हजार रुपये इनाम देने की भी घोषणा की। इला ने बताया कि जब स्टेशन पहुंचीं तो वे अपना टिकट देकर सेवादार को पार्सल ऑफिस भेजीं जिससे कि बिल्ली का टिकट भी बुक हो जाए। इसी बीच वह छिटक गई और देखते ही देखते आंखों के सामने से गुम हो गई। जीआरपी थाना के प्रभारी बृजभान पांडेय ने बताया कि लगातार खोजबीन की जा रही है। बिल्ली का पता ही नहीं चल पा रहा है।
पार्सल में बुक नहीं थी बिल्ली पूर्व चुनाव आयुक्त की बिल्ली को गोरखपुर से दिल्ली ले जाने के लिए गोरखपुर पार्सल से बुकिंग नहीं हुई थी। नियमानुसार पार्सल से वजन के हिसाब से पालतू जानवर का टिकट बनता है। बुकिंग के समय यात्री का टिकट और जानवर का एंटी रैबीज इंजेक्शन लगने का कार्ड की फोटोकॉपी जमा होती है। ट्रेन में अगर बिना बुक किए ले जाते हैं तो दस गुना जुर्माना लग सकता है। हालांकि इस मामले में पूर्व चुनाव आयुक्त इला शर्मा का कहना है कि बुकिंग के लिए सेवादार को भेजा था, इसी बीच बिल्ली भाग निकली।