कलकत्ता हाईकोर्ट (Calcutta High Court) के आदेश पर पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद चुनावी हिंसा (West Bengal Post Poll Violence) के संगीन मामलों की जांच कर रही केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की टीम ने हत्या के संबंध में तीन और प्राथमिकी (FIR) दर्ज की है. इस तरह से चुनावी हिंसा के मामले में दर्ज प्राथमिकी की संख्या बढ़कर 43 हो गई है. बता दें कि कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश पर सीबीआई ने दुर्गा पूजा के बाद अपनी जांच फिर तेज की है. कई मामलों में सीबीआई ने चार्जशीट भी दाखिल की है.
केंद्रीय एजेंसी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरके गौड़ ने बताया कि हाईकोर्ट के निर्देशानुसार जांच के सिलसिले में तीन और प्राथमिकी दर्ज की गई है. एक प्राथमिकी कोलकाता के गोल्फग्रीन थाना क्षेत्र की है. 16 मई को यहां बीजेपी के कार्यकर्ताओं की लाठी-डंडे रॉड ब्लेड आदि से पीट-पीटकर मौत के घाट उतारने की प्राथमिकी दर्ज की गई थी. इसे सीबीआई ने अपने अधीन ले ली है.
बीजेपी कार्यकर्ता की पीट-पीटकर कर दी गई थी हत्या
इसी तरह से दूसरी प्राथमिकी दक्षिण दिनाजपुर जिले के गंगारामपुर थाने की है. एक मई को प्राथमिकी दर्ज हुई थी, जिसमें पीड़ित व्यक्ति घर से लापता हो गया था और बाद में उसका शव बरामद किया गया था. तीसरी प्राथमिकी 10 मई की है. उत्तर 24 परगना जिले के आंमडांगा थाना क्षेत्र में बीजेपी के एक कार्यकर्ता को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया गया था और शव को टांग दिया गया था. इन तीनों मामले में सीबीआई ने नए सिरे से प्राथमिकी दर्ज की है. सीबीआई की टीम विभिन्न इलाकों में जाकर पीड़ितों का बयान दर्ज कर रही है.
43 हुई कुल मामलों की संख्या
सीबीआई ने स्थानीय पुलिस की इन तीनों FIR पर फिर से विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है और इन सभी मामलों की जांच की जा रही है. बता दें कि सीबीआई इन मामलों की जांच कोलकाता हाई कोर्ट के निर्देश पर कर रही है. जहां उसे इन मामलों की प्रॉग्रेस रिपोर्ट भी सौंपनी है. फिलहाल सीबीआई अब तक कुल 43 मुकदमें दर्ज कर चुकी है और उसने कुछ मामलों में आरोपपत्र भी कोर्ट के सामने पेश कर दिए हैं दर्ज मामलों की जांच जारी है.