कोरोना कॉल में लॉकडाउन के दौरान सब कुछ ठप था। लेकिन जब से अनलॉक हुआ है, अर्थव्यवस्था का हर क्षेत्र पटरी पर आने लगा है। खास तौर से स्टेनलेस स्टील की कीमतों ने तो कारोबारियों को मायूस ही कर दिया है। दिल्ली में बर्तनों के थोक बाजार डिप्टीगंज में स्टेनलेस स्टील यूटेन्सल्स ट्रेडर्स असोसिएशन का कहना है कि स्टेनलेस स्टील समेत हर तरह के मेटल के दामों में आग लगी हुई है। दीपावली पर काम ठीक रहा।
उससे उम्मीद थी कि आने वाले समय में बाजार उठेगा, लेकिन दाम बढ़ोतरी ने हालात खराब कर दिया है। इस समय स्टेनलेस स्टील का औसत दाम 215 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गया है। यह दीपावली के समय करीब 180 रुपये प्रति किलो था। मतलब चार महीने में ही इसके दाम में करीब 20 फीसदी की बढ़ोतरी हो गई है। एक होलसेलर रिटेलर को माल बेचते हैं, पहले अगर वो 500 किलो माल ले जाता था, अब वह 100-200 किलो माल ले जा रहा है। अब जिस भाव वह माल ले गया है, यदि उसमें बिकेगा नहीं तो नुकसान तय है।
उनका कहना है कि इस समय कारोबार में बने रहने के लिए ट्रेडर्स भी मिनिमम परचेज एंड स्टोरेज कर रहे हैं। इसका असर होलसेल कारोबारियों की बिक्री पर पड़ रहा है। अब कब रेट कम होंगे या कब बिजनेस उठेगा, यह कोई नहीं जानता। कारोबारियों का कहना है कि अब स्टेनलेस स्टील का बिजनेस किचन तक सीमित नहीं रहा है। किचन से 10 गुना खपत इंफ्रास्ट्रक्चर में बढ़ गई है। बैंच, टेबल, रेलिंग, गेट, मेट्रो के काम से लेकर इंडस्ट्रियल और रेजिडेंशियल सेक्टर में स्टेनलेस स्टील का काफी मांग है।