उत्तराखंड की चारधाम यात्रा की शुरुआत 10 मई से हुई और हर दिन हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। खास बात यह है कि यात्रा शुरू होने के 14 दिनों के भीतर ही 24 मई तक 10 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने दर्शन कर लिए हैं।
अभी तक चारधाम यात्रा के लिए 31 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है। साथ ही 24 मई तक 10 लाख श्रद्धालु धाम में दर्शन कर चुके हैं। 24 मई तक रिकॉर्ड 10 लाख 30 हजार 621 श्रद्धालु चारों धामों में दर्शन कर चुके हैं।
धामों में दर्शनों के लिए लगातार आती श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेश पर 31 मई तक ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन को बंद कर दिया गया है। उम्मीद की जा रही है कि 31 मई के बाद चारधाम यात्रा के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू हो सकता है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जो भी श्रद्धालु पिछले 7-8 दिनों से हरिद्वार या ऋषिकेश में चारधाम यात्रा के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के काउंटर के खुलने का इंतजार कर रहे हैं, लगभग 1,000 श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए रवाना किया जाए। उनके आदेश के बाद श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए रवाना भी किया जा रहा है। इसके साथ ही व्यवस्था को दुरुस्त रखने के भी स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं, ताकि यात्रियों को किसी तरह की दिक्कत नहीं हो।
अगर चारधाम यात्रा की बात करें तो यमुनोत्री धाम में 1,86,744, गंगोत्री धाम में 1,76,793, केदारनाथ धाम में 4,47,056 और बद्रीनाथ धाम में 2,20,028 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। सबसे ज्यादा केदारनाथ में 4 लाख 47 हजार 56 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किए हैं। इन 14 दिनों में श्रद्धालुओं की मौत के आंकड़ों में भी वृद्धि हुई है। बताया गया है कि 14 दिनों में 52 श्रद्धालुओं की हार्टअटैक से मौत हुई है।