केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हैदराबाद में भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के प्रशिक्षु अधिकारियों की पासिंग आउट परेड का निरीक्षण किया। परेड सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी (SVPNPA) में हुई। यहां शाह ने अधिकारियों को कई अहम नसीहतें दीं। उन्होंने केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए और एनसीबी के काम करने के तरीकों पर भी चर्चा की।
शाह ने कहा कि केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (BJP) नीत सरकार जम्मू कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं, पूर्वोत्तर में उग्रवाद और वामपंथी नक्सलवाद को नियंत्रित करने में काफी हद तक सफल रही है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति, आतंकवाद विरोधी कानूनों के लिए मजबूत ढांचे, एजेंसियों को मजबूत किए जाने और दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति के कारण आतंकवाद संबंधी घटनाओं में कमी आई है। शाह ने कहा कि पिछले सात दशकों के दौरान देश ने आंतरिक सुरक्षा में कई उतार-चढ़ाव और कई चुनौतीपूर्ण समय देखे हैं।
पीएफआई पर बैन लगाकर उदाहरण पेश किया
पीएफआई को बैन करने के सरकार के कदम पर शाह ने कहा, ‘‘हाल में ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ पर प्रतिबंध लगाकर हमने दुनिया के सामने एक सफल उदाहरण पेश किया है। इससे पता चलता है कि लोकतंत्र के प्रति हमारी प्रतिबद्धता कितनी मजबूत हुई है।’’
उन्होंने कहा कि भारत सरकार की एजेंसियों के नेतृत्व में पूरे देश में पुलिस बलों ने ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ (PFI) जैसे संगठन के खिलाफ एक ही दिन में एक सफल अभियान संचालित किया। शाह ने कहा, एनआईए पूरे देश में फैल रहा है। अब एनआईए और एनसीबी के बढ़ने से आतंकवाद और नशे से जुड़े अपराधों को रोकने में मदद मिली है। इस तरह के अपराधों पर अब राष्ट्रीय डेटाबेस के जरिए नजर रखी जा रही है।
हैदराबाद में आईपीएस पासिंग आउट परेड में पहुंचे थे शाह
एसवीपीएनपीए के निदेशक एएस राजन ने बताया कि दीक्षांत परेड में कुल 195 प्रशिक्षु अधिकारी भाग ले रहे हैं जिनमें से 29 प्रशिक्षु अधिकारी दूसरे देशों के हैं। केरल कैडर के आईपीएस प्रोबेशनर शहंशा केएस (Shahansha KS) परेड का नेतृत्व करेंगे, जो फेज-1 बेसिक कोर्स के टॉपर हैं। औपचारिक मार्च पास्ट के बाद शाह आईपीएस प्रोबेशनर्स को संबोधित करेंगे।
उन्होंने कहा कि कुल 166 आईपीएस प्रोबेशनर्स में से 114 इंजीनियरिंग की शैक्षिक पृष्ठभूमि से हैं। 22 कला से और 17 विज्ञान पृष्ठभूमि से हैं। लगभग 95 आईपीएस प्रोबेशनर्स के पास पिछला कार्य अनुभव है। राजन ने कहा कि प्रशिक्षण साइबर सुरक्षा पर उभरती चुनौतियों पर केंद्रित है। साथ ही कोर्ट क्राफ्ट और मॉक ट्रायल सहित व्यवहार, नैतिकता, जनसंपर्क और कानूनी पहलुओं पर भी ध्यान दिया गया है।