प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिंडरा विधानसभा के करखियांव में जनसभा के दौरान लगभग 2100 करोड़ की 27 परियोजनाएं सौंपी। उन्होंने पांच परियोजनाओं का शिलान्यास तो 22 का लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे यहां गाय की बात करना, गोबर धन की बात करना, कुछ लोगों ने ऐसे हालात पैदा कर दिए हैं जैसे हम गुनाह कर रहे हैं। गाय कुछ लोगों के लिए गुनाह हो सकती है, हमारे लिए गाय माता है। पूजनीय है। पीएम मोदी ने कहा कि बनास डेयरी से जुड़े लाखों किसानों के खाते में करोड़ों रुपये हस्तांतरित किये।
रामनगर के दूध प्लांट को चलाने के लिए बायोगैस आधारित पावर प्लांट का भी शिलान्यास हुआ है। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज प्रदेश के लाखों लोगों को अपने घर के कानूनी दस्तावेज भी सौंपी गई है। उन्होंने कहा कि एक जमाना था जब हमारे गांवों में घर-आंगन में मवेशियों के झुंड ही संपन्नता की पहचान थे। इसे हर कोई पशुधन कहता है। हमारे शास्त्रों में भी कहा गया है कि गायें मेरे चारों ओर रहे और मैं गायों के बीच निवास करूं। ये सेक्टर हमारे यहां रोजगार का भी हमेशा से बहुत बड़ा माध्यम रहा है। उन्होंने कहा कि अब हमारी सरकार देशभर में इस स्थिति को बदल रही है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार सिर्फ कोरोना वैक्सीन ही मुफ्त नहीं लगा रही, बल्कि पशुधन को बचाने के लिए अनेक टीके मुफ्त लगवा रही है। इन्हीं प्रयासों का परिणाम है कि 6-7 साल पहले की तुलना में देश में दूध उत्पादन 45 प्रतिशत बढ़ा है। आज भारत दुनिया का लगभग 22 प्रतिशत दूध उत्पादन करता है। उत्तर प्रदेश देश का सबसे अधिक दूध उत्पादक राज्य तो है ही, डेयरी सेक्टर के विस्तार में भी बहुत आगे है। उन्होंने कहा कि श्वेत क्रांति में नई ऊर्जा किसानों की स्थिति बदलने में बड़ी भूमिका निभा सकती है। पहला ये कि देश के छोटे किसानों की अतिरिक्त आय का साधन पशुपालन है। उन्होंने डेयरी प्रोडक्ट, पशुपालन, पशुधन बायोगैस, जैविक खेती, प्राकृतिक खेती की प्रेरित किया।
उन्होंने कहा कि दूध की क्वालिटी को लेकर हमारे यहां बहुत उलझन रही है। प्रमाणिकता के लिए अलग-अलग व्यवस्थाओं के कारण पशुपालकों, दुग्ध संघों, डेयरी सेक्टर को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। आज भारतीय मानक ब्यूरो ने देशभर के लिए एकीकृत व्यवस्था जारी की है। सर्टिफिकेशन के लिए कामधेनु गाय की विशेषता वाला लोगो भी लॉन्च किया गया है। ये लोगो दिखेगा तो शुद्धता की पहचान आसान होगी। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती की तरफ मुड़ना ही होगा। इसलिए अब सरकार नेचुरल फार्मिंग को बढ़ावा देने के लिए, जागरूक करने के लिए बड़ा अभियान चला रही है। किसान दिवस पर आपसे आग्रह करता हूं कि आप प्राकृतिक खेती करें। ये हमारे कृषि सेक्टर को आत्मनिर्भर बनाने की ओर बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि आज जिन प्रोजेक्ट का लोकार्पण और शिलान्यास हो रहा है वो भव्य काशी, दिव्य काशी अभियान को और गति देंगे।
बनास डेयरी संकुल की आधारशिला
प्रधानमंत्री मोदी ने कारखिगांव में उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण फूड पार्क में बनास डेयरी संकुल की आधारशिला रखी. 475 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होने वाली यह डेयरी 32 एकड़ जमीन में फैली हुई है। दावा है कि इसमें रोजाना 5 लाख लीटर दूध का प्रसंस्करण किया जाएगा जिससे रोजगार के नए अवसर बढ़ेंगे।
चार बड़े प्रोजेक्ट किया शिलान्यास
पीएम मोदी करखियांव में 32 एकड़ में फैले 475 करोड़ की लागत से डेढ़ साल में तैयार होने वाले बनास-काशी संकुल परियोजना यानी अमूल प्लांट के मैदान में ही प्लांट की आधारशिला रखी। अन्य 4 बड़े प्रोजेक्ट का भी शिलान्यास किया। दुग्ध क्रांति की इस परियोजना से 5-10 लाख लीटर प्रतिदिन दुग्ध उत्पादन करने का दावा किया जा रहा है।
इन परियोजनाओं को शिलान्यास
1– बनास काशी संकुल -करखियांव – 475 करोड़.
2- मोहनसराय दीनदयाल चकिया मार्ग (लंबाई 11 किमी) के मध्य सर्विस लेन के साथ सिक्स लेन कार्य – 412.53 करोड़
3– वाराणसी -भदोही-गोपीगंज मार्ग (एसएच-87) भी फोर लेन ( 8.6 किलोमीटर) मार्ग का चैड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण- 269 .10 करोड़
4- दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड संयत्र, रामनगर बायो गैस पावर उत्पादन केंद्र -19 करोड़
5- आयुष मिशन के तहत राजकीय होम्यापैथिक मेडिकल कालेज- 49.99 करोड़