भारत में कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्तार अभी थमने का नाम नहीं ले रही है, जिसके चलते अब तक करीब 1.32 लाख लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। कोरोना से संक्रमितों की संख्या भी बढ़कर 90 लाख को पार कर गई, जबकि 80 लाख से ज्यादा लोग स्वस्थ होकर घर पहुंच चुके हैं। केंद्र व राज्य सरकारों ने आर्थिक पहिये को गति देने के लिए अनलॉक डाउन शुरू किया, जिसके बाद स्कूल भी खोल दिए गए, लेकिन अब फिर स्थिति भयावह होने लगी है।
बच्चों के भविष्य को देखते हुए आर्थिक राजधानी मुंबई में 31 दिसंबर तक स्कूल बंद करने का फैसला लिया है। मुंबई में पहले 23 नवंबर से 9वीं से 12वीं तक की कक्षाएं शुरू होने वाली थीं लेकिन फिलहाल कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए बीएमसी ने 31 दिसंबर तक स्कूल बंद रखने का फैसला लिया है। मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा, बीएमसी के क्षेत्राधिकार में आने वाली सभी स्कूल 31 दिसंबर तक बंद रहेंगे। मुंबई में कोरोना के मामले फिर से बढ़ने की वजह से यह फैसला लिया है। अब 23 नवंबर से स्कूल नहीं खुलेंगे।
हरियाणा के तीन जिलों में 150 से अधिक स्कूली छात्रों के कोरोना पॉजिटिव निकलने की वजह से शैक्षिक संस्थानों को कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया गया है।अधिकारियों ने बताया कि 9 वीं से 12वीं के कोरोना संक्रमित सभी छात्रों की सेहत स्थिर है और उनमें से अधिकतर होम आइसोलेशन में हैं। रेवाड़ी जिले के 13 स्कूलों में 91 छात्र कोरोना पॉजिटिव पाए गए जबकि जींद के कई स्कूलों में कुल 30 छात्र और 10 टीचरों को संक्रमण हुआ।
इसी तरह झज्जर जिले के 34 छात्र और दो अध्यापक कोविड-19 की चपेट में आ गए। बता दें कि हरियाणा में 9 से 12 कक्षा तक के छात्रों के लिए 2 नवंबर से स्कूल खोले गए थे। हालांकि छात्रों को पैरंट्स की अनुमति के साथ ही स्कूल आने की इजाजत थी।