चीन (China) में कोरोना महामारी (corona pandemic) के चलते हाल बद से बदतर बने हुए हैं. हर रोज 2 करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं तो वहीं सैकड़ों की तादद में लोगों की मौत हो रही है. चीन में हाल इस कदर खराब हैं कि शवों के अंतिम संस्कार के लिए कई किलोमीटर की लाइन लगी हुई है. वहीं, चीन जैसे हाल भारत में ना पैदा हो इसके लिए केंद्र सरकार (central government) से लेकर राज्य सरकारें पूरी तरह सतर्क हो गई हैं.
केंद्र सरकार के निर्देश पर आज देश के अस्पतालों में मॉक ड्रिल होनी है. इस दौरान अस्पतालों में कोरोना की तैयारियों जैसे मरीज़ों के लिए बिस्तरों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी. ऑक्सीजन (oxygen) बेड से लेकर, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर शामिल हैं. साथ ही डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की उपलब्धता पर भी गौर किया जाएगा. इसके अलावा, एम्बुलेंस समेत आवश्यक लाइफ सपोर्ट सिस्टम की उपलब्धता को भी सुनिश्चित किया जाएगा. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में सुबह 10 बजे होने वाली मॉक ड्रिल में शामिल होंगे.
राज्य सरकारें सख्ती से करें जांच- राजेश भूषण
मॉक ड्रिल के दौरान टेस्टिंग सुविधा को भी परखा जाएगा. आरटीपीसीआर की उपलब्धा से लेकर एन-95 मास्क, पीपीई किट, दवाओं पर भी गौर किया जाएगा. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने इस मॉक ड्रिल को लेकर राज्य सरकारों को दिशा-निर्देश दे दिए हैं. राजेश भूषण ने कहा कि मॉक ड्रिल के दौरान सतर्कता से तैयारियों की जांच हो. आइसोलेशन से लेकर ऑक्सीजन, आईसीयू और वेंटिलेटर बिस्तर पर खास ध्यान दिया जाए.
देश में कोरोना की स्थिति
देश में इस वक्त कोरोना की स्थिति पर बात करें तो स्थिति पूरी तरह काबू में है. या ये कहा जाए कि मामले ना के बराबर हैं. सोमवार सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में कुल 3428 सक्रिय मामले हैं. देश में मृत्यु दर 1.10 प्रतिशत बतायी गई. हालांकि, चीन जैसे हालात देश में पैदा ना हो इसको लेकर सतर्कता बरती जा रही है.