यूपी में कोरोना की बेकाबू स्पीड के बीच राजधानी लखनऊ में कोविड अस्पतालों में मरीज की मौत के बाद फोन और रुपये चुराए जा रहे हैं। हाल में लोहिया अस्पताल के कोविड अस्पताल में यह घटना हुई। बीजेपी के नगर पंचायत गोसाईंगंज अध्यक्ष निखिल मिश्रा ने इसकी शिकायत संस्थान में की है। उन्होंने मोबाइल फोन न मिलने पर संस्थान पर एफआईआर करवाने की बात कही है। निखिल मिश्रा के बहनोई प्रशांत द्विवेदी कोविड अस्पताल में 14 अप्रैल से भर्ती थे। 26 अप्रैल को उनका देहांत हो गया। पत्र में उन्होंने लिखा है कि जब शव के साथ सामान मुहैया करवाया गया तो उसमें उनका एक स्मार्ट फोन और करीब 17 हजार रुपये गायब थे।
रिपोर्ट दर्ज करवाने की दी धमकी
निखिल ने बताया कि आपत्ति जताने पर उनसे कहा गया कि एचडीयू से आईसीयू रेफर किया गया था, ऐसे में हो सकता है कि फोन और रुपये कहीं रह गए हों देखकर दे देंगे। दो दिन बाद भी फोन नहीं दिया गया है। निखिल का कहना है कि मोबाइल में उनके निजी नोट और कई ऐसी चीजें हैं जो परिवार के लिए बहुमूल्य हैं। इसलिए मोबाइल को मुहैया कराया जाए नहीं तो वह सभी डॉक्टरों और कर्मचारियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाएंगे।
संस्थान के प्रवक्ता श्रीकेश सिंह का कहना है कि हम पहले ही कह देते हैं कि फोन के अलावा कुछ न लाएं। मरीज कई जगह ऐडमिट रहा है, इसलिए सीसीटीवी फुटेज देखी जा रही है। जैसे ही फोन मिलता है, हम परिवार को मुहैया करवा देंगे।
और जगह भी हो चुकी है चोरी
कोविड अस्पताल की यह पहली घटना नहीं है, इससे पहले टीएसएम अस्पताल में भी कई मरीजों जेवर और अन्य सामान गायब हो चुका है। वहीं, लोकबंधु और केजीएमयू में भी इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। अस्पताल में अंदर परिवारीजन न होने के कारण जब कोई मरीज सीरियस हो जाता है तो उसका सामान अक्सर स्टॉफ या दूसरे लोग गायब कर देते हैं।