कांग्रेस ने शुक्रवार को दावा किया कि केन्द्रीय मंत्री रतन लाल कटारिया ने विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों को ‘पागल सांड बताया है, हालांकि जल शक्ति राज्य मंत्री ने आरोपों से इनकार किया है। कटारिया ने कहा कि उनकी टिप्पणी को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। हरियाणा के पंचकूला में संवाददाताओं से बातचीत में कटारिया से पिछले महीने किसानों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई पर सवाल किया गया था। पत्रकारों के सवाल के जवाब में कटारिया ने कहा कि कानून-व्यवस्था अलग मुद्दा है और उसे बनाए रखना सरकार की जिम्मेदारी है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मान लें कि एक सांड है जो पागल हो गया है और मेरी ओर दौड़ा आ रहा है, तो मैं अपनी रक्षा में कुछ तो करूंगा। मुझे अपनी जान तो बचानी है। यह पूछने पर कि क्या वह किसानों की तुलना ‘पागल सांड’ से कर रहे हैं, अंबाला से सांसद ने कहा कि मैं किसानों की बात नहीं कर रहा हूं। मैंने यह कई बार कहा है कि इसका गलत अर्थ निकाला जा रहा है। किसान हमारे अन्नदाता हैं, वे हमारे भगवान हैं। उन्होंने हमें आत्मनिर्भर बनाया है, उनके साथ लड़ाई का तो सवाल ही पैदा नहीं होता।
कटारिया ने कहा कि मैंने सांड शब्द का प्रयोग उन असामाजिक तत्वों के लिए किया जो किसानों के कंधों पर रखकर बंदूक चला रहे हैं और खालिस्तानी नारे लगा रहे हैं। यह किसानों के संदर्भ में नहीं था। हरियाणा कांग्रेस के नेता अशोक अरोड़ा ने केन्द्रीय मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी टिप्पणी भाजपा की मनोवृत्ति को दर्शाती है।