लखीमपुर कांड में यूपी एसआईटी द्वारा 5000 पन्ने की चार्जशीट दाखिल किये जाने के बाद अब केन्द्रीय गृहराज्य मंत्री पर इस्तीफे का दबाव बढ़ गया है। लखीमपुर कांड मामले में आशीष मिश्रा को मुख्य आरोपी बनाया गया है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का बेटा आशीष मिश्रा है। चार्जशीट में जांच टीम ने कोर्ट में बताया है कि आशीष मिश्रा घटनास्थल पर मौजूद था। 3 अक्टूबर को लखीमपुर में जब किसानों को कार से रौंदा गया। उस समय आशीष मिश्रा घटनास्थल पर मौजूद था। बताया जा रहा है कि आशीष के खिलाफ ये वो सबूत है, जिससे आशीष की तो मुश्किल बढ़ेंगी ही, साथ ही उनके पिता अजय मिश्रा टेनी भी फिर से सवालों के घेरे में आ जाएंगे। ज्ञात हो कि जिस समय लखीमपुर कांड में किसानों को रौंदा गया था, तब केंद्रीय गृह राज्य अजय मिश्रा टेनी ने कैमरे पर ये दावा किया था कि अगर घटनास्थल पर उनके पुत्र की मौजूदगी का एक भी सबूत मिल जाए तो वो इस्तीफा दे देंगे।
अजय मिश्रा ने बेटे आशीष मिश्रा को लेकर कहा था कि वो घटनास्थल पर नहीं थे। पुलिस सबूत इकट्ठा करे। अगर मेरे पुत्र की मौजूदगी का एक भी वीडियो आप दिखा दें तो मैं मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा। अजय मिश्रा का यह दावा है जो अब चार्जशीट जमा होने के बाद खोखला साबित हो गया है। चार्जशीट में जांच टीम ने कहा है कि जब किसानों को कार से रौंदा गया तो आशीष मिश्रा वहीं घटनास्थल पर मौजूद था, वो कार में था।
ज्ञात हो कि कांग्रेस से लेकर सपा तक, कई विपक्षी दल लगातार अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे की मांग करते रहे हैं। यहां तक कि संसद के शीतकालीन सत्र में भी लगातार इस मांग को उठाया गया. किसानों की मांग भी इस्तीफे की रही है। राहुल गांधी ने स्थगन प्रस्ताव भी लाया था। अब जबकि चार्जशीट में आशीष मिश्रा को मुख्य आरोपी बनाया गया है तो विपक्ष फिर अजय मिश्रा के खिलाफ तीखा हो गया है। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि जिस व्यक्ति का बेटा मुख्य आरोपी बनाया गया हो, वो देश के गृह राज्य मंत्री के पद पर कैसे रह सकता है। सुप्रिया ने मांग की है कि अजय मिश्रा को बर्खास्त किया जाना चाहिए।