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कूचबिहार जिले मे चुनाव आयोग ने फायरिंग मामले पर सीआईएसएफ को दी क्लीन चिट

कोलकाता: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के दौरान कूचबिहार जिले में सीतलकूची विधानसभा क्षेत्र में फायरिंग मामले में चुनाव आयोग ने सीआईएसएफ को क्लीन चिट दे दी है. आयोग ने कहा कि मतदाताओं की जान बचाने के लिए गोली चलाना जरूरी हो गया था. साथ ही आयोग ने इसे आत्मरक्षा में उठाया गया कदम भी बताया. केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों द्वारा शनिवार सुबह करीब 11.5 बजे सीतलकूची के जोर पटकी गांव के आमटोली में बूथ संख्या 126 के पास गोलीबारी से चार लोगों की मौत हो गई. विशेष पर्यवेक्षकों अजय नायक और विवेक दूबे से शाम 5.12 बजे प्राप्त एक संयुक्त रिपोर्ट का हवाला देते हुए, आयोग ने कहा, गोलीबारी मतदाताओं की जान बचाने के लिए किया गया. मतदान केंद्र पर मतदानकर्मियों पर हमला किया गया. भीड़ ने सुरक्षा बलों के हथियार भी छीनने का प्रयास किया था.


सीआईएसएफ ने आत्मरक्षा में चलाई गोली

आयोग ने कूचबिहार के एसपी देबाशीष धर द्वारा दिए गए बयान का भी उल्लेख किया, जो न्यूज चैनलों पर प्रसारित किया गया था, जिसमें कहा गया था कि सीआईएसएफ कर्मियों ने आत्मरक्षा में गोली चलाई. इससे पहले दिन में, मतदान पर्यवेक्षक शरद लक्ष्मण अहिरे और पुलिस पर्यवेक्षक मदरेड्डी प्रताप द्वारा इसे प्रस्तुत की गई एक अंतरिम रिपोर्ट के आधार पर, आयोग ने सीतलकूची विधानसभा क्षेत्र में बूथ संख्या 126 पर मतदान स्थगित कर दिया था.

अगले 72 घंटों तक कूचबिहार में नेताओं की एंट्री पर बैन

चुनाव आयोग ने अगले 72 घंटों तक कूचबिहार में किसी भी नेता के जाने पर पाबंदी लगा दी है. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एलान किया था कि वह रविवार को कूचबिहार जाएंगी. ऐसा आरोप है कि स्थानीय लोगों ने सीआईएसएफ जवानों की राइफलें छीनने की कोशिश की. दूसरी तरफ टीएमसी ने दावा किया कि मारे गए चार लोग उसके समर्थक थे. इस घटना के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कल कूचबिहार में घटनास्थल का दौरा करने की बात कही, जहां आज चार लोगों की मौत हो गई.