क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से अलविदा कहने के बाद महेंद्र सिंह धोनी नामचीन किसान बनने की राह पर हैं. रांची के सेम्बो गांव में 43 एकड़ के नये फार्म हाउस में धोनी खेती और डेयरी पालन कर रहे हैं. धोनी का यह ड्रीम फार्म हाउस घने जंगलों से घिरा हुआ है. उनका फार्म हाउस, हरी भरी सब्ज़ियों से लहलहा रहा है. धोनी के 43 एकड़ के फार्म हाउस में सब्ज़ियों की पैदावार तो हो ही रही हैंं, बड़े पैमाने पर डेयरी, मछली पालन और मुर्गी पालन करने की भी शुरुआत हो चुकी है. धोनी के डेयरी में अभी 72 गाय है जो फ़्रांस की फ्रीजियन, साहीवाल नस्ल की हैं. गीर नस्ल की गायों को लाने की तैयारी की जा रही है.
धोनी के गाय और कड़कनाथ मुर्गों की देखरेख करने वाले डॉक्टर विश्वनाथ ने बताया कि पंजाब से जब इन गायों को लाया गया था तब वो यहां के वातावरण में ढल नहीं पाईं थी, हमेशा उनकी तबीयत ख़राब रहती थी. अब सभी यहां के रंग-ढंग में रच-बस गई हैं. धोनी गायों की सेवा भी करते है. उनके खानपान और उनको दी जाने वाली डोज़ पर भी ख़ास नज़र रखते है. यहां तक की दूध के एक-एक लीटर का भी हिसाब रखते है. धोनी के डेयरी फ़ार्म में 300 गायों को रखने की योजना है. अभी उनके डेयरी से 400 लीटर दूध का उत्पादन हो रहा है. धोनी लोकल फॉर वोकल पर विशेष जोर दे रहे हैं. धोनी गाय की एक बेहतर ब्रीड तैयार करने में लगे हुए है. यह ब्रीड यहां के किसानों को मुफ्त में देंगे.
धोनी की बेटी जीवा यहां आकर गाय के बछड़े के साथ खेलती है. धोनी के माता-पिता भी इस फार्म हाउस में आकर क्वालिटी टाइम बिताते हैं. धोनी कड़कनाथ मुर्गा भी पाल रहे हैं. दो हज़ार कड़कनाथ का ऑर्डर भी झाबुआ में दे दिया गया है, फिलहाल 200 कड़कनाथ धोनी के पास हैं. धोनी की खेती का काम देखने वाले कृषि सलाहकार रौशन ने बताया कि धोनी के फार्म हाउस में गोभी, ब्रोकली, पपीता, आलू, मटर, टमाटर, स्ट्रॉबेरी की बड़े पैमाने पर खेती हो रही है. धोनी के फार्म हाउस में अभी फिलहाल टमाटर, मटर, गोभी की अच्छी पैदावार हो रही है.