काबुल। मरने वालों में मस्जिद का इमाम भी बताया जा रहा है। इस विस्फोट में अन्य 40 लोग घायल (40 people injured) भी हुए हैं। घायलों को काबुल के इमरजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अभी तक इस विस्फोट की जिम्मेदारी किसी संगठन ने नहीं ली है।
मीडिया रिपोर्टों में बताया गया कि काबुल की खैर काना इलाके में स्थित मस्जिद में देर शाम की नमाज पढ़ी जा रही थी। तभी एक जबरदस्त विस्फोट हुआ है। इस विस्फोट में 20 लोगों की मौत हुई हैं। इनमें पांच बच्चे भी शामिल हैं। एक बच्चे की उम्र सात वर्ष बताई गई है। मरने वालों में मस्जिद का इमाम भी शामिल है। इस हादसे में 40 लोग घायल हुए हैं। इन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
काबुल सुरक्षा विभाग के प्रवक्ता खालिद जादरान ने बताया कि काबुल के पीडी 17 इलाके की एक मस्जिद में विस्फोट हुआ है। घटना के बाद सुरक्षाबल मौके पर पहुंचे और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। इस विस्फोट को लेकर अफगानिस्तान सरकार ने अभी कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया और न अभी किसी संगठन के इस विस्फोट की जिम्मेदारी ली है।
अभी पूरे इलाके को तालिबान के सिक्योरिटी गार्ड्स ने सील कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, काबुल शहर के सर-ए-कोटल खैरखाना में यह बम धमाका हुआ। बीते कई महीनों में ऐसे कई हमले हुए हैं, जिनमें मस्जिदों को ही निशाना बनाया गया. लेकिन इस हमले में एक नई बात भी है। अब तक शिया मस्जिदों को आतंकी संगठन आईएस द्वारा निशाना बनाया जा रहा था. लेकिन आज जिस इलाके में यह ब्लास्ट हुआ है वहां शिया आबादी नहीं रहती है।
तालिबान में बीते कुछ महीनों में बम धमाकों की कई वारदातें हुई हैं. बीते दिनों भी काबुल की एक मस्जिद में धमाका हुआ था, जिसमें 8 लोगों की मौत हुई थी. इससे पहले अफगानिस्तान में मौजूद गुरुद्वारों को भी निशाना बनाया गया था.