पिछले 24 घंटे में यूपी पुलिस का मोस्ट वांटेड चेहरा बने विकास दुबे की तलाश में यूपी पुलिस पूरी रात छापेमारी करती रही. 8 पुलिसकर्मियों पर फायरिंग का आरोपी विकास दुबे घटना के बाद छिपा बैठा है. इधर सूत्रों से जानकारी मिली है कि चौबेपुर थाने के ही एक दारोगा ने ही विकास दुबे को पुलिस रेड की सूचना पहले ही दे दी थी.
12 लोग हिरासत में
शुक्रवार रात पुलिस की करीब बीस टीमें अलग अलग जिलों में विकास दुबे की तलाश में दबिश देता रही. ये वो जगहें थी, जहां पर विकास दुबे के रिश्तेदार और परिचित रहते हैं. पुलिस ने इस मामले में 12 और लोगों को हिरासत में लिया है. पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है. पुलिस ने इन लोगों को मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर उठाया है.
विकास के कॉल डिटेल में पुलिसकर्मियों के नंबर
सूत्रों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में इन लोगों से विकास दुबे की बातचीत हुई थी. हैरानी की बात है कि विकास दुबे के फोन की कॉल डिटेल में कुछ पुलिसवालों के नंबर भी सामने आए हैं. ये बेहद हैरान करने वाला तथ्य है.
दारोगा ने दी विकास दुबे को रेड की सूचना
जानकारी के मुताबिक पुलिस की जांच में सामने आया है कि चौबेपुर थाने के ही एक दारोगा ने विकास दुबे को पुलिस के आने की जानकारी पहले ही दे दी थी. इस वक्त पुलिस के शक के घेरे में एक दारोगा, एक सिपाही और एक होमगार्ड है. तीनों की कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है.
बता दें कानपुर से सटे बिकरु गांव में शुक्रवार को तड़के पुलिस और विकास दुबे गिरोह के बीच हुए खूनी मुठभेड़ में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. इस मुठभेड़ में गिरोह के दो हमलावर भी मारे गए हैं. विकास दुबे के खिलाफ कानपुर के थाने में 60 एफआईआर दर्ज है. शुक्रवार को एक मामले की जांच के लिए कानपुर पुलिस बिकरु गांव गई थी. इसी समय विकास दुबे के गुर्गों ने जेसीबी मशीन लगाकर पुलिस का रास्ता बंद कर दिया. जैसे ही पुलिसकर्मी आगे बढ़े तो विकास के गुर्गों ने तीन दिशाओं से उन पर फायरिंग शुरू कर दी.