कानपुर में वाराणसी से अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस 19168 शुक्रवार देर रात करीब ढाई बजे बोल्डर से टकराकर पटरी से नीचे उतर गई। यह घटना गोविंदपुरी और भीमसेन स्टेशन के बीच पनकी क्षेत्र में हुई थी। वहीं, आज कानपुर-झांसी रूट पर एक्सीडेंट वाला ट्रैक बहाल कर दिया गया है। सुबह 7:41 बजे पहली मालगाड़ी पास हुई है।
एनसीआर के जीएम उपेंद्र चंद्र जोशी समेत झांसी और प्रयागराज मंडल के कई अधिकारी मौजूद रहे। जीएम ने बताया कि ट्रैक की मरम्मत का काम सारी रात चला है। पहले एक मालगाड़ी को पास किया गया है। वहीं, अभी कॉशन लेकर (स्पीड 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे) की रफ्तार से ट्रेनें गुजारी जाएंगी।
झांसी रूट की 18 ट्रेनें आज रहेंगी निरस्त
साबरमती एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद झांसी कानपुर रूट पर चलने वाली 18 ट्रेनें रविवार को निरस्त रहेंगी। प्रयागराज मंडल के पीआरओ अमित सिंह ने बताया कि ट्रैक को सही करने का काम चल रहा है। रविवार सुबह तक पूरी तरह से दुरुस्त होने की संभावना है।
ये ट्रेनें रद्द रहेंगी
हादसे की वजह से रविवार को ग्वालियर- इटावा मेमू 01891, इटावा- ग्वालियर मेमू 01892, ग्वालियर- इटावा पैसेंजर 01887, इटावा- ग्वालियर पैसेंजर 01888, ग्वालियर- भिंड पैसेंजर 01889, भिंड- ग्वालियर पैसेंजर 01890, झांसी- कानपुर मेमू 01813, कानपुर झांसी मेमू 01814, झांसी- लखनऊ पैसेंजर 01823, लखनऊ- झांसी पैसेंजर 01824, झांसी- लखनऊ जंक्शन 11109, लखनऊ- जंक्शन झांसी 11110, खजुराहो- जंक्शन कानपुर सेंट्रल पैसेंजर 04143, कानपुर- सेंट्रल खजुराहो पैसेंजर 04144, मानिकपुर-कानपुर मेमू 01801, कानपुर- मानिकपुर मेमू 01802, चित्रकूटधाम कर्वी-कानपुर सेंट्रल 14109, कानपुर सेंट्रल चित्रकूटधाम-कर्वी 14110 रद्द रहेगी।
ये थी पूरी घटना
वाराणसी से अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस (19168) शुक्रवार देर रात करीब 2:30 बजे बोल्डर से टकराकर पटरी से उतर गई। यह घटना गोविंदपुरी और भीमसेन स्टेशन के बीच पनकी क्षेत्र में हुई। राहत की बात यह रही कि सभी 22 बोगियों के डिरेल होने के बाद भी कोई हताहत नहीं हुआ। कुछ यात्रियों को मामूली चोट आई है। वहीं हादसे की वजह से करीब पांच घंटे तक ट्रैक बाधित रहा।
साजिश की आशंका, जांच शुरू
इसके बाद धीमी गति से ट्रेनों को डाउन लाइन से गुजारा गया। इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी), आरपीएफ और रेलवे की एसएजी (सीनियर एडमिनिस्ट्रेटिव ग्रेड) टीम ने जांच शुरू कर दी है। घटनास्थल पर पटरी का एक हिस्सा भी मिला है, जिससे किसी साजिश से इन्कार नहीं किया जा सकता है। साबरमती एक्सप्रेस सेंट्रल स्टेशन से रवाना हुई। यह गोविंदपुरी स्टेशन से होते भीमसेन स्टेशन की ओर जा रही थी।
कोई वस्तु टकराने और रगड़ने की तेज आवाज हुई
पनकी क्षेत्र में ट्रेन लगभग 90 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रही थी। रात के करीब ढाई बजे अचानक लोको पायलट को ट्रेन के इंजन से कोई वस्तु टकराने और रगड़ने की तेज आवाज हुई। इंजन और बोगियां लहराईं, जिस पर उन्होंने इमरजेंसी ब्रेक लगा दी। ट्रेन पहले ही पटरी से उतर गई थी। ब्रेक लगाने से करीब 450 मीटर की दूरी पर जाकर रुकी। अचानक ब्रेक लगते ही एलएचबी कोच में तेज झटका लगा और ऊपर और साइड बर्थ में सो रहे यात्री नीचे गिर गए।
सीआईटी और चेकिंग दल ने कंट्रोल को दी सूचना
बच्चों और महिलाओं में चीख पुकार मच गई। ट्रेन की पटरियों के गट्टियों और ट्रैक से रगड़ने की वजह से धूल का गुब्बार भी उठा, जिस पर जनरल कोच के कुछ यात्री आग लगने की आशंका पर कूद गए। ट्रेन के सीआईटी और चेकिंग दल ने कंट्रोल को हादसे का मैसेज किया, जिसके कुछ ही मिनट बाद पनकी थाने, आरपीएफ जीएमसी, आरपीएफ पनकी, जूही पोस्ट, जीआरपी स्टाफ मौके पर पहुंच गया। फायरब्रिगेड के अधिकारी भी आ गए।
मौके पर मिले पटरी के टुकड़े की जांच शुरू
ट्रैक को सही करने का काम शुरू कर दिया गया है। सुबह करीब पौने नौ बजे प्रयागराज मंडल के जीएम उपेंद्र चंद्र जोशी और अन्य अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण किया। करीब पांच घंटे बाद डाउन ट्रैक से ट्रेनों का आवागमन शुरू हुआ। पुष्पक, गरीब रथ, बरौनी समेत अन्य ट्रनों को कॉशन देकर गुजारा गया। पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार, ज्वाइंट सीपी हरिश चंदर, रेलवे के डीआईजी और अन्य अधिकारियों ने मौके से मिले पटरी के टुकड़े की जांच की।
ट्रेन में थे 1700 यात्री
ट्रेन में कुल 1702 यात्री थे, जिनमें से बस से करीब 500 लोग बस से स्टेशन भेजे गए। सुबह 5:45 बजे स्पेशल थ्री फेज मेमू मौके पर पहुंची और 6.50 बजे सेंट्रल के लिए रवाना हुई। यह ट्रेन सेंट्रल के प्लेटफार्म नंबर तीन पर आई। दो नंबर प्लेटफार्म पर स्पेशल ट्रेन पहले ही तैयार थी। रेलवे टिकट दल और सेंट्रल आरपीएफ, जीआरपी स्टाफ ने उनके टिकट के आधार पर उन्हें कोच में बैठाया। रेलवे अधिकारियों का दावा है कि उन्होंने सेंट्रल पर भी यात्रियों को जनता खाना और नाश्ता दिया। ट्रेन सुबह के 8:02 बजे रवाना हुई। यह इटावा, भिंड, ग्वालियर होते हुए अहमदबाद के लिए रवाना की गई।