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कांग्रेस अध्यक्ष चुनावः थरूर-खड़गे के बीच मुकाबला तय

कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव (congress president election) में मुकाबला तय है। अध्यक्ष पद के लिए किसी भी उम्मीदवार (candidate) ने अपना नाम वापस (name not withdrawn) नहीं लिया है। इस चुनाव में वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) और शशि थरूर (Shashi Tharoor) उम्मीदवार हैं। नाम वापसी की समय सीमा शनिवार शाम खत्म हो गई है। अध्यक्ष चुनाव में नाम वापसी का वक्त खत्म होने के बाद मीडिया से बात करते हुए पार्टी के चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री (Madhusudan Mistry) ने कहा कि चुनाव में दो उम्मीदवार हैं। दोनों में से किसी ने नाम वापस नहीं लिया है, इसलिए 17 तारीख को मतदान होगा और वोट की गिनती 19 अक्टूबर को होगी।

मतदान सीक्रेट बैलेट से किया जाएगा। मतगणना के दिन ही परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। भारत जोड़ो यात्रा में शामिल डेलीगेट के बारे में सवाल किए जाने पर मिस्त्री ने कहा कि पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने उन्हें एक पत्र भेजा है।

इस नोट में उन्होंने उन डेलीगेट के नाम लिखे हैं, जो लोग यात्रा के दौरान वोट करना चाहते हैं। इसलिए हमने तय किया है कि यहां से सील कवर में बैलेट भेजेंगे और वहां पर बूथ बनाया जाएगा। मतदान पूरा होने के बाद बैलेट बॉक्स पूरा मतदान होने के बाद यहां लाया जाएगा। चुनाव में दोनों उम्मीदवारों को प्रचार के लिए बराबर मौके देने पर जोर देते हुए मिस्त्री ने कहा कि इसके दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। बराबरी का मौका नहीं मिलने को लेकर एक शिकायत मिली है। हम उसे हल करने की कोशिश कर रहे हैं।

राहुल बोले- दोनों नेता कद्दावर
कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने शनिवार को इन आशंकाओं को खारिज कर दिया कि गांधी परिवार पार्टी के अगले अध्यक्ष को रिमोट से नियंत्रित कर सकता है। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ रहे दोनों उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर कद्दावर और अच्छी समझ रखने वाले व्यक्ति हैं।

एक सवाल के जवाब में राहुल ने कहा कि अध्यक्ष के चुनाव में उतरे दोनों लोग कद्दावर तथा अच्छी समझ रखने वाले व्यक्ति हैं। मुझे नहीं लगता कि उनमें से कोई भी रिमोट कंट्रोल से चलने वाला (पार्टी प्रमुख) है। सच कहूं तो ये बातें उन्हें अपमानित करने के लिए कही जा रही हैं।

राहुल ने आगे कहा कि नफरत और हिंसा फैलाना राष्ट्र विरोधी कार्य है। हम इसमें शामिल हर व्यक्ति से लड़ेंगे। हम नई शिक्षा नीति का विरोध कर रहे हैं, क्योंकि यह हमारे इतिहास और परंपराओं को विकृत कर रही है। हम एक विकेंद्रीकृत शिक्षा प्रणाली चाहते हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा 2024 के चुनाव के लिए नहीं है। राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि वह तपस्या में विश्वास करते हैं, जो उनका स्वभाव है। वह आम लोगों से सीधे बातचीत करना एवं उनकी पीड़ा साझा करना चाहते हैं।