कलाई के जादूगर पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने महान कपिल देव जैसा ऑलराउंडर नहीं तैयार कर पाने के लिए देश के खिलाड़ियों पर अत्याधिक कार्यभार को जिम्मेदार ठहराया। हार्दिक पांड्या जैसे खिलाड़ियों की तुलना कप्तान कपिल देव से की जाती रही है। लक्ष्मण ने एक पुस्तक के यूट्यूब पर विमोचन के दौरान कहा कि एक ऑलराउंडर की भूमिका निभाना बेहद मुश्किल होती है। कपिल पाजी ऐसे थे जो विकेट ले सकते थे और रन भी बना सकते थे। वह अपनी टीम के लिए, भारत के लिए वास्तविक मैच विजेता थे। वर्तमान में बहुत अधिक कार्यभार होने के कारण ऑलराउंडर तैयार करना बेहद मुश्किल है। लक्ष्मण ने कहा कि कुछ खिलाड़ी कपिल जैसी थोड़ी झलक दिखाते हैं क्योंकि वे दोनों कौशल पर काफी ध्यान देते हैं। अत्याधिक कार्यभार और भारतीय टीम की तीनों फॉर्मेट में व्यस्तता के कारण इस कौशल को बनाए रखना बहुत मुश्किल होता है। उन्होंने कहा कि वह खिलाड़ी जिसके पास ऑलराउंडर बनने की क्षमता है। दुर्भाग्य से चोटिल हो जाता है और उसे केवल बल्लेबाजी या गेंदबाजी करने को लेकर फैसला करना होता है। ऐसा फैसला बहुत ही कठिन साबित होता है।
इलाज के बाद हार्दिक ने यूएई में खेले गए पिछले इंडियन प्रीमियर लीग में मुंबई इंडियंस के लिए गेंदबाजी नहीं की थी। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में हार्दिक ने केवल पांच ओवर किए और वह टेस्ट सीरीज में नहीं खेले थे। हार्दिक इंग्लैंड के खिलाफ भी चार टेस्ट मैचों की सीरीज में नहीं खेले थे। उन्होंने टी-20 सीरीज में गेंदबाजी की लेकिन पहले दो वनडे में गेंद नहीं थामी। लक्ष्मण ने कहा कि किसी भी तरह के ऑलराउंडर की तुलना दिग्गज कपिल से करना सही नहीं है।
लक्ष्मण ने कहा कि मेरा मानना है कि कपिल देव केवल एक हो सकता है। यह तुलना खिलाड़ी पर दबाव बनाती है। केवल एक महेंद्र सिंह धोनी या एक सुनील गावस्कर हो सकता है। लक्ष्मण ने टी-20 विश्व कप में भारत के पहली पसंद के विकेटकीपर के लिए ऋषभ पंत का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि भारत के पास कई विकल्प हैं। संजू सैमसन अच्छी बल्लेबाजी, विकेटकीपिंग और कप्तानी का कम अनुभव होने के बावजूद राजस्थान रॉयल्स की अगुवाई कर रहा है। उन्होंने कहा कि मैं निश्चित तौर पर पंत का समर्थन करूंगा।