यूपी के मुरादाबाद में AIMIM के महानगर अध्यक्ष वकी रशीद ने हाल ही में हिंदू धर्म अपनाने वाले वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी (Wasim Rizvi alias Jitendra Narayan Tyagi) को जूता मारने वाले को 11 लाख रुपये इनाम देने का एलान किया है. उनके इस विवादित बयान का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. आल इंडिया मजलिस-ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के महानगर अध्यक्ष वकी रशीद का कहना है कि वसीम रिजवी किसी साजिश के तहत हिंदू-मुस्लिम फसाद कराना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि वसीम रिजवी पाकिस्तानी एजेंट हो सकते हैं, इसकी जांच होनी चाहिए.
रशीद ने कहा कि वसीम रिजवी के खिलाफ कई स्थानों पर विभिन्न आपराधिक मामलों में रिपोर्ट दर्ज हैं. मुकदमों से बचने के लिए ही वसीम रिजवी हिंदुत्ववादी ताकतों के इशारों पर विवादित बयान देते रहे हैं. उन्होंने कहा कि कुछ समय बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. लोगों को महंगाई, बेरोजगारी आदि समस्याओं से भटका कर वसीम रिजवी चुनाव को सिर्फ हिंदू-मुस्लिम के बीच बनाने की कोशिश में तुले हुए हैं. वसीम रिजवी के धर्म परिवर्तन के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो शख्स इस्लाम का नहीं हुआ वह हिंदू धर्म का क्या होगा. उन्होंने शिया वक्फ बोर्ड से उसकी सदस्यता खत्म करने की भी मांग की.
तेलंगाना से भी हुआ सिर काटने का ऐलान
तेलंगाना के कांग्रेस नेता फिरोज खान ने वसीम रिजवी के सिर काटने पर 50 लाख रुपये तक का इनाम रखा है. दरअसल, रिजवी ने हाल ही में मुस्लिम धर्म छोड़कर सनातन धर्म अपनाया है. इतना ही नहीं, उन्होंने अपना नाम बदलकर जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी कर लिया है. अब कांग्रेस के कुछ मुस्लिम नेताओं ने इस पर नाराजगी जाहिर की है. हैदराबाद के कांग्रेस नेता फिरोज खान ने वसीम रिजवी के सिर काटने वाले को 50 लाख रुपये का इनाम देने का ऐलान किया है. वहीं, कांग्रेस के अन्य नेताओं के साथ रशीद खान ने भी यूपी शिया बोर्ड के पूर्व चीफ वसीम रिजवी का सिर काटने की अपील की है.
वसीम रिजवी ने अपनाया सनातन धर्म
शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने हाल ही में सनातन धर्म अपना लिया. इसके साथ ही उनका नाम भी बदल गया है. वसीम रिजवी का नया नाम जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी हो गया है. इस्लाम छोड़कर हिंदू बनने के बाद जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी (वसीम रिजवी) अब मुस्लिम नेताओं और धर्मगुरुओं के निशाने पर हैं.
इससे पहले रिजवी ने कहा था, ‘धर्म परिवर्तन की यहां कोई बात नहीं है, जब मुझे इस्लाम से निकाल दिया गया तो फिर मेरी मर्जी है कि मैं कौन सा धर्म स्वीकार करूं. सनातन धर्म दुनिया का सबसे पहला धर्म है, जितनी उसमें अच्छाइयां पाई जाती हैं और किसी धर्म में नहीं है. इस्लाम को हम धर्म ही नहीं समझते. हर जुमे की नमाज के बाद हमारा सिर काटने के लिए फतवे दिए जाते हैं तो ऐसी परिस्थिति में हमको कोई मुसलमान कहे, इससे हमको खुद शर्म आती है.’