हस्तरेखा विज्ञान ज्योतिष की ऐसी शाखा है, जिसमे मनुष्य का भविष्य उसके हथेली की रेखाओ हथेली में मौजूद निशानों को देखकर लगाया जाता है | हस्तरेखा शास्त्र कहता है कि इन रेखाओ और निशानों की मदद से किसी भी व्यक्ति के भविष्य, सफलता असफलता, शुभ लाभ, आचार विचार और व्यवहार के बारे में आसानी से कई बाते पता लगायी जा सकती है |
आज हम मनुष्य की हथेली में मौजूद उन रेखाओ और निशानों के बारे में बात करने जा रहे है, जो ये बताते है कि किस व्यक्ति को बिज़नेस करना सफलता दिलाएगा और किसे नहीं | तो आइये जानते है, आज आपके लिए क्या खास है |
कनिष्ठा अंगुली
ज्योतिष शास्त्र में कनिष्ठा अंगुली का संबंध बुध ग्रह से बताया है और बुध ग्रह जीवन में धन, सम्पन्नता, चातुर्य, व्यवसाय और करियर का कारक है | हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार यदि इस अंगुली पर चक्र का निशान हो तो व्यक्ति व्यापार में खूब तरक्की करता है | लेकिन यदि इस अंगुली पर चक्र का निशान ना हो तो व्यक्ति को व्यापार में हानि का सामना करना पड़ता है |
अनामिका अंगुली
ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को सुख, तेज, आरोग्य उच्च पद, करियर, सफलता का कारक माना गया है | वहीँ हस्तरेखा शास्त्र में अनामिका अंगुली का संबंध सूर्य दे बताया गया है | ऐसे में यदि किसी जातक की अनामिका अंगुली पर चक्र का निशान हो तो उसे खूब सफलता मिलती है | लेकिन यदि इस अंगुली पर चक्र का निशान ना हो तो व्यक्ति को व्यवसाय में बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है |
मध्यमा अंगुली
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार मध्यमा अंगुली का संबंध शनि देव है | शनिदेव को न्याय का देवता कहा गया है | वे मनुष्यो का कर्मो का फल अवश्य प्रदान करते है, अच्छे को अच्छा और बुरे को बुरा | हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार मध्यमा अंगुली पर यदि चक्र का निशान हो तो व्यक्ति अपार सफलता प्राप्त करता है, लेकिन यदि ना हो तो ऐसे व्यक्ति को व्यवसाय आरम्भ करने से पहले सोच विचार करना चाहिए |
तर्जनी अंगुली
तर्जनी अंगुली का सीधा संबंध गुरु से बताया गया है | ज्योतिष के अनुसार जिन लोगो की तर्जनी अंगुली पर शुभ निशान होते है, वे धर्म के क्षेत्र में बड़ा नाम बनते है | लोग उनकी बातो से प्रभावित होते है | हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार तर्जनी पर चक्र का निशान होना व्यक्ति के प्रभावशाली व्यक्तित्व को दर्शाता है |