अक्सर यह देखा जाता है कि लोग सोते समय खूब करवट बदलते हैं और कभी कभी तो लोग बेड के एक कोने में सोते हुए दूसरे कोने तक पहुंच जाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि सोते हुए गलत पोश्चर में सोना आपकी सेहत के लिए महंगा पड़ सकता है।
डॉक्टर्स की सलाह के अनुसार हर दिन व्यक्ति को छह से सात घंटे ज़रूर सोना चाहिए। इतनी देर तक सोने से हमारे शरीर की थकावट दूर होती है और मस्तिष्क सही तरीके से काम करता है। अगर आप रोज़ सात से आठ घंटे भी सोते हैं,तो आप सप्ताह में करीब 64 घंटे सोने में बिताते हैं।
सोते समय आपको अपनी स्लीपिंग पोजीशन पर भी ध्यान देना ज़रूरी है, क्योंकि कई बार शरीर में होने वाले कुछ दर्द केवल गलत तरह की पोजीशन में सोने के कारण होते हैं।
गलत तरह की पोजीशन में सोने से कई बार शरीर में भयंकर कमर दर्द हो सकता है। यह दर्द लंबे समय तक बना रह सकता है। इसके अलावा यह भी ध्यान दें कि पेट के बल आप कम से कम सोएं। पेट के बल सोने से अापकी बॉडी का ब्लड सर्कुलेशन सही तरीके से नहीं हो पाता है। साथ ही इस पोजिशन से बॉडी पॉश्चर नेचुरल तरीके से नहीं रह पाता है, जिससे कई बॉडी पेन होने लगता है।
गलत पोज़ीशन में सोने से लोगों में चिड़चिड़ापन, काम में ध्यान न लगना,बातें याद न रहना जैसी परेशानियां भी हो सकती हैं।
तो अगली बार जब भी आप सोने जाइए, तो पेट के बल लेटने से ज़रूर बचिए। इसके अलावा कोशिश करिए कि आप पीठ के बल सीधी अवस्था में लेट कर सोएं।