शिवसेना का ठाकरे धड़ा अभी भी एकनाथ शिंदे के हाथों अपने विधायकों को गंवाने के झटके से जूझ रहा है और ऐसे हालात में भी उसने एक ऐसा मोर्चा बनाने का फैसला किया है जो चुनौतियों का बहादुरी से सामना करने के लिए तैयार रहे.
आदित्य से एकनाथ शिंदे के विश्वास मत जीतने के बाद शिवसेना की योजनाओं के बारे में पूछा, तो युवा नेता ने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं है जो शिवसेना (उनका खेमा) को रोक सके. आदित्य ने अपनी अगली रणनीति का खुलासा नहीं करते हुए कहा कि पार्टी में सिर्फ बेहतर होगा. पार्टी के चुनाव चिह्न के लिए उनकी लड़ाई पर आदित्य थोड़ा रुके और विधानसभा परिसर से तेजी से बाहर निकलने से पहले कहा, ‘धैर्य रखें’.
आदित्य ने साफ तौर पर से उनलोगों के खिलाफ अपनी लड़ाई तेज कर दी है जिन्होंने “पीठ में छुरा घोंपा” और कभी भी अपने विचारों को सामने नहीं रखा. गौरतलब है कि पिछले महीने एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के खिलाफ बगावत कर दी थी. पार्टी के अधिकतर विधायक उनके पाले में चले गए थे, जिस वजह से उद्धव ठाकरे नीत महा विकास आघाड़ी सरकार गिर गई थी.
पूर्व मंत्री ने मीडिया की मौजूदगी में शिवसेना के बागी नेताओं में से एक प्रकाश सुर्वे के साथ अपनी नाराजगी जाहिर की. एक वीडियो में, आदित्य को शिंदे का समर्थन करने के लिए सुर्वे का सामना करते हुए देखा गया था. आदित्य ने कहा, ‘आप अपने मतदाताओं को क्या कहेंगे? हमें लगा कि आप हमारे पास लौट रहे हैं. आप हम में से एक थे. आपसे यह उम्मीद नहीं थी. इतना प्यार है कि हम, हम सभी, आपके लिए हैं. हम एक विशेष बंधन साझा करते हैं और मुझे व्यक्तिगत रूप से बुरा लगा.’