महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के सांताक्रूज में एक स्कूल में नौवीं कक्षा के छात्र को शिक्षक ने इतना जोरदार तमाचा जड़ दिया कि उसका कान का पर्दा फट गया। छात्र को अस्पताल ले जा गया जहां जांच के बाद पता चला की उसके कान में गंभीर जख्म हो गया है। उसे सुनाई भी कम दे रहा था। संस्कृत शिक्षक कमलेश तिवारी के खिलाफ आईपीसी की धारा 325 (गंभीर चोट) और किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम की धारा 75 के तहत बच्चे के साथ क्रूरता बरतने के चलते मामला दर्ज कर लिया है। हालांकि अभी तक शिक्षक की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
शिक्षक को हुआ संदेह और जड़ दिया तमाचा
संस्कृत के टीचर कमलेश तिवारी क्लास ले रहे तो उनको शक हुआ कि छात्र नीरज यादव (14) लेक्चर पर ध्यान नहीं दे रहा है। वहीं पीड़ित छात्र की मां ने कहा कि शिक्षक ने मेरे बेटे को थप्पड़ मार दिया क्योंकि मेरे बेटे ने अपना हाथ अपने मुंह पर रखा था। मेरे बेटे ने कहा कि अन्य छात्र लेक्चर के दौरान जोर से बात कर रहे थे जिससे शिक्षक नाराज हो गए और उनको लगा कि वह मुंह पर हाथ रखकर बात कर रहा है।
मेडिकल रिपोर्ट में कान का पर्दा फटा पाया गया
प्रिंसिपल को जैसे ही इस घटना की सूचना मिली तो दो महिला शिक्षकों को उसे डॉक्टर के पास परीक्षण के लिए ले जाने को कहा। इसके बाद उसकी मेडिकल जांच हुई तो नीरज ठीक से सुन नहीं पा रहा था। मेडिकल रिपोर्ट में पता चला कि नीरज के कान का पर्दा फट गया है।