उत्तर प्रदेश में गांव की सरकार के गठन के लिए त्रिस्तरीय पंचायतों में रिक्त विभिन्न पदों पर निर्वाचन के लिए आज मतदान हो रहा है। प्रदेश के 73 जिलों में बने मतदान केंद्रों पर शनिवार सात बजे से मतदान शुरू हो गया है जो शाम को छह बजे तक चलेगा। ललितपुर तथा कासगंज को छोड़कर हर जगह पर मतदान हो रहा है। सभी जगह पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराने के सख्त निर्देश हैं। आज मतदान के बाद 14 जून को मतगणना होगी।
राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार ग्राम प्रधानों के 128, जिला पंचायत सदस्यों के छह, क्षेत्र पंचायतों के 137 तथा ग्राम पंचायतों में 14,179 रिक्त पदों के लिए मतदान होगा। जिला पंचायत सदस्यों के कुल रिक्त सात पदों में एक पर निर्विरोध निर्वाचन होने के कारण छह का चयन वोटों से होगा। इसी क्रम में क्षेत्र पंचायत सदस्यों के कुल रिक्त 186 पदों में 44 निर्विरोध चुने जाने के बाद 137 पदों पर मतदान होगा।
ग्राम प्रधानों के रिक्त 156 पदों में से 26 आम सहमति से चुन लिए गए। ग्राम पंचायत सदस्यों के रिक्त 2,27,504 पदों में से 2,06,941 पर नाम वापसी के बाद चुनाव की जरूरत नहीं पड़ी। प्रदेश में ललितपुर व कासगंज को छोड़कर शेष 73 जिलों में वोट डाले जाएंगे। प्रदेश में इस बार के उप चुनाव के लिए 8321 मतदान स्थलों पर सुरक्षा प्रबंध के साथ कोरोना संक्रमण से बचाव के उपाय भी किए गए हैं।
अयोध्या में 161 पदों के लिए मतदान
रामनगरी अयोध्या में पंचायत चुनाव के रिक्त पदों के लिए मतदान जारी है। यहां 161 पदों के लिए मतदान हो रहा है। इनमें तीन ग्राम प्रधान, चार बीडीसी व 154 पंचायत सदस्य पद के लिए मतदान हो रहा है। जिले के नौ ब्लॉक में 66 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। यहां पर एसडीएम तथा तहसीलदार जोनल मजिस्ट्रेट हैं। इनके साथ ही 14 सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात हैं।
सोनभद्र में ड्यूटी पर लगे 353 कर्मी
सोनभद्र में रिक्त बीडीसी और ग्राम पंचायत सदस्य पद के निर्वाचन के लिए आज मतदान हो रहा है। यहां पर क्षेत्र पंचायत सदस्य (बीडीसी) के सात और ग्राम पंचायत सदस्य के 154 रिक्त पदों के लिए मतदान कराया जा रहा है। मतदान सकुशल सम्पन्न कराने के लिए 332 कर्मी तैनात हैं। इनके साथ 21 सेक्टर मजिस्ट्रेट भी हैं।
रायबरेली के 332 बूथों पर मतदान
रायबरेली के 332 बूथों पर शनिवार को पंचायत के उप चुनाव का मतदान शुरू हो गया। करीब 1.50 लाख वोटर 350 से अधिक प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। अप्रैल में हुए पंचायत के सामान्य निर्वाचन के बाद भी यहां लगभग 3400 से अधिक ग्राम पंचायत सदस्य के पद रिक्त थे। इन सीटों पर नामांकन ही नहीं हुआ था। इसके चलते ग्राम पंचायतों में समितियों का गठन नहीं हो पाया था। इसके अलावा विजेता उम्मीदवारों के निधन के कारण ग्राम प्रधान के छह डीडीसी मेंबर की दो बीडीसी मेंबर की तीन सीटें रिक्त हो गई थीं। इन पदों पर उपचुनाव होना था। ग्राम पंचायत सदस्य महज 372 सीटें ही शेष हैं, दूसरी सीटों पर निर्विरोध जनप्रतिनिधि चुन लिए गए हैं। इसी तरह बीडीसी मेंबर की 2 सीटों पर निर्विरोध चुनाव हो गया। अब प्रधान की छह, डीडीसी मेंबर की दो, बीडीसी मेंबर की एक सीट समेत ग्राम पंचायत सदस्यों का भी चुनाव होना है। सुबह 7:00 बजे ही अधिकतर पोलिंग बूथों पर पार्टियां तैयार हो गई थी। कुछ जगह वोटरों की अच्छी खासी संख्या दिखी, जबकि कहीं-कहीं सन्नाटा रहा। कुछ जगह दो चार मतदाता ही निकले थे। सेक्टर और जोनल मजिस्ट्रेट के अलावा प्रशासनिक अफसर भी पोलिंग बूथों का निरीक्षण कर रहे।