उत्तराखंड में चमोली जिले के रैनी गांव में ग्लेशियर फटने से बड़ी तबाही हुई है। जोशीमठ के पास ग्लेशियर टूटने से धौली गंगा नदी में बाढ़ आ गई और इस त्रासदी के बाद से अब तक 18 शव बरामद किए गए हैं। राज्य सरकार ने सोमवार को यह जानकारी दी।
उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह ने आपदा को लेकर उत्तराखंड के सभी सांसदों के साथ बातचीत की। इस दौरान उन्होंने आपदा के बाद राहत बचाव कार्यों और भविष्य के लिए क्या किया जाए इसे लेकर चर्चा की। सूत्रों से प्राप्त प्राथमिक जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी ने उत्तराखंड के सांसदों को हरसंभव मदद का आश्वासन देते हुए स्थिति पर खुद नजर रखने की बात कही।
उधर, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), जो बचाव और राहत कार्यों में लगी हुई है, उसने स्थानीय प्रशासन से प्राप्त अपडेट की जानकारी देते हुए कहा है कि 202 लोग अभी भी लापता हैं। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में, उत्तराखंड सरकार ने कहा कि अब तक 18 शव बरामद किए गए हैं, जबकि 202 लोग अभी भी लापता हैं। राज्य सरकार ने कहा कि सूची सोमवार दोपहर को तैयार की गई है।
इसमें कहा गया है कि एक सुरंग के अंदर करीब 25-35 लोग फंसे हुए हैं और उन्हें बचाने के लिए ऑपरेशन जारी है। राज्य सरकार ने कहा कि सुरंग के अंदर फंसे लोगों को भी 202 लापता लोगों की सूची में शामिल किया गया है।