उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले मे द्रोपती डांडा 2 पर्वत चोटी पर पिछले मंगलवार को हुए हिमस्खलन में कई पर्वतारोहियों की जान चली गई. रेस्कयू टीम ने अब तक 27 पर्वतारोहियों के शव बरामद किए हैं. इसमें हिमाचल प्रदेश के दो युवा ट्रैकर और स्कीइंग खिलाड़ियों की भी मौत हो गई है. टीम अब दो पर्वतारोहियों की तलाश में जुटी हुई है. वहीं द्रौपदी का डांडा क्षेत्र में हिमपात होने से अभियान दल की चुनौती बढ़ गई है. हिमस्खलन में घायल हुए रोहित भट्ट के घर पहुंचने पर उनके परिजन बहुत खुश हैं.
रोहित उन पर्वतारोहियों में शामिल है. जो जिंदा और सही सलामत हैं. इतना ही नहीं उन्होंने घायल होने के बावजूद चार लोगों का रेस्क्यू कर चार शव निकालने में भी मदद की थी. घायल रोहित को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां से स्वस्थ्य होने के बाद जब वह घर पहुंचे तो उन्होंने पूरी घटना बताई. जिसे सुनकर सबके रोंगटे खड़े हो गए.
‘भगवान का शुक्रगुजार हूं कि बचकर लौट आया’
नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के एडवांस माउंटेनियरिंग कोर्स में प्रशिक्षण के लिए उत्तरकाशी के द्रोपदी का डांडा चोटी पर ट्रैकिंग के दौरान हिमस्खलन की चपेट में आकर कई ट्रेनी और ट्रेनर की मौत हो गई है. इसमें टिहरी जिले में मगरौं क्षेत्र के ग्राम खाली-पाल निवासी रोहित भट्ट सही सलामत अपने घर लौट आए हैं. रोहित ने उस हादसे को बयां करते हुए बताया कि भगवान का शुक्रगुजार हूं कि बचकर लौट आया. उन्होंने कहा कि बर्फ में दबकर उनके दोस्तों की मौत हो गई. ये वो सच है जो शायद अब उन्हे रातों को सोने ना दे. इस बात से वह काफी दुखी हैं.
रोहित ने बताया कि द्रोपदी का डांडा चोटी पर एडवांस माउंटेनियरिंग प्रशिक्षण के लिए निम के सात प्रशिक्षकों सहित 41 सदस्यीय टीम चार अक्टूबर को सुबह 3.15 बजे निकली थी. टीम द्रोपदी का डांडा फतह करने से महज 200 मीटर नीचे थी कि अचानक हिमस्खलन होने से उनके कई साथी बर्फ की खाई में गिरकर दब गए. जिसमें कई युवा पर्वतारोहियों ने जान गांव दी.
सविता कंसवाल साथियों के साथ गिर गई थी बर्फ की खाई में
रोहित ने बताया कि इस दौरान वह पवर्तारोही सविता कंसवाल साथियों के साथ रोप के सहारे बगल से चल रहे थे, जबकि वह रोप से अलग होकर टेप सिलिंग कर रहे थे, जिससे वह बाकी साथियों से छिटक गए. जबकि सविता सहित कई पर्वतारोही बर्फ की खाई में गिर गए. इसमें वह भी चोटिल हुए, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने हिम्मत दिखाते हुए ट्रेनरों के साथ बर्फ में दबे चार लोगों का रेस्क्यू किया और चार शव बर्फ से बाहर निकाले. इस हादसे में चोटिल होने पर उन्हें एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया था.