देश में कोरोना की दूसरी लहर ने चिंता बढ़ा दी है। भारत के कुछ इलाकों में एक ओर जहां कोरोना का कहर देखने को मिल रहा है तो दूसरी ओर गर्मी ने भी लोगों को परेशान कर दिया है। मई-जून जैसी मार्च के महीने में ही गर्मी पड़ रही है। आपको बता दें कि 121 सालों में इस बार मार्च का महीना तीसरा सबसे अधिक गर्म मार्च रहा है।
इस साल का मार्च महीना 11 वर्षों में सबसे ज्यादा गर्म रहा है। मौसम विभाग के अनुसार मार्च में देश के कई हिस्सों में पारा 40 डिग्री को भी पार गया। वहीं इससे पहले 2010 में देश का औसत अधिकतम तापमान 33.09 और 2004 में 32.82 था। इन दो वर्षों में मार्च में इतनी अधिक गर्मी देखी गई थी। इस बार होली पर भी काफी गर्मी देखने को मिली और होली ने भी गर्मी के मायनों के रिकॉर्ड ही तोड़ दिए।
इस बार होली के दिन दिल्ली में 40.1 डिग्री तापमान दर्ज किया गया था। आपको बता दें कि 1945 के बाद मार्च महीने में यह सबसे ज्यादा तापमान रहा है। ऐसा पहली बार हुआ है वो भी 76 वर्षों में जब मार्च का तापमान 40 डिग्री तक पार कर गया है।
मौसम विभाग के अनुसार महीने के आधार पर औसत अधिकतम तापमान के हिसाब से पता चला है कि मार्च 2021 की गर्मी 121 वर्षों में तीसरे नंबर पर आती है। इसका सीधा सा अर्थ ये है 121 वर्षों में बस दो बार और ऐसा हुआ है जब इससे भी अधिक गर्म मार्च देखे गए हैं। गर्मी का इतना प्रचंड रूप देखकर कहा गया है कि अप्रैल और जून मे भी पारा ऐसा ही ऊपर जाएगा।