विवाह के मुहूर्त इस वर्ष अप्रैल माह से आरंभ हो रहे हैं. पंचांग के अनुसार इस समय शुक्र तारा अस्त है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब शुक्र तारा अस्त होता है तो विवाह संबंधी कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाते हैं. इस वर्ष कब से विवाह के मुहूर्त बन रहे हैं आइए जानते हैं.
पंचांग के अनुसार इस समय शुक्र अस्त चल रहे हैं. शुक्र बीते 16 फरवरी को अस्त हुए थे. विवाह संबंधी मामलों में गुरू और शुक्र ग्रह की भूमिका अहम मानी गई है. गुरू तो उदित हो चुके हैं लेकिन इस समय शुक्र ग्रह अस्त है. इसलिए जब तक शुक्र उदित नहीं होंगे तब तक विवाह कार्य संभव नहीं होंगे.
पंचांग के अनुसार इस वर्ष वैवाहिक कार्य 22 अप्रैल से आरंभ होंगे. वहीं 14 मार्च से लेकर 13 अप्रैल तक खरमास का संयोग रहेगा. शुभ विवाह के लिए ग्रहों की स्थिति का विशेष ध्यान रखा जाता है. विवाह संबंधी कार्यों में किसी प्रकार का विघ्न न पड़े इसके लिए ग्रहों के गोचर और स्थिति का भी आंकलन किया जाता है.
पौराणिक मान्यता के अनुसार खरमास में शादी विवाह जैसे मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं. पंचांग के अनुसार इस वर्ष विवाह के सबसे अधिक शुभ मुहूर्त मई माह में निकल रहे हैं. पंचांग के मुताबिक फरवरी और मार्च में शादी के लिए एक शुभ मुहूर्त नहीं बन रहे है. अप्रैल के महीने में विवाह के लिए सबसे कम शुभ मुहूर्त निकल रहे हैं.