कहतें है शिव हिमालय की चोटियों में बसते हैं। हिमालय के कुछ पर्वतों के बारे में कुछ मान्यताएं भी प्रचलित हैं कि वहां शिव का वास रहा होगा। ऐक ऐसा ही पर्वत है जहां हर साल ओम की आकृति उभरती है। यह पर्वत भारत और तिब्बत सीमा पर है और इसे ओम पर्वत या आदि कैलाश के नाम से जाना जाता है।
कुछ लोगों का मानना है कि शिव यहीं विराजित हैं। ओम पर्वत की ऊंचाई समुद्र तट से 6191 मीटर यानी कि करीब 20312 फीट है। आदि कैलाश के अलावा इसे लिटिल कैलाश, बाबा कैलाश और जोंगलिंगकोंग के नाम से भी जाना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक हिमालया पर कुल 8 ऐसी ओम की आकृतियां बनी हुई हैं। इनमें से अब तक केवल ओम पर्वत की ही आकृति के बारे में पता चल सका है।
गौरतलब है कि कैलाश मानसरोवर को शिव-पार्वती का घर माना जाता है। सदियों से ही योगी, मुनि हों या देवता दानव, इन सभी ने यहां तपस्या की है। मान्यता के अनुसार जो व्यक्ति मानसरोवर झील की धरती को छू लेता है, वह ब्रह्मा के बनाए स्वर्ग में पहुंच जाता है और जो इस पानी को पी लेता है, उसे भगवान शिव के बनाए स्वर्ग में जाने का अधिकार मिल जाता है।