ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में रेस्टोरेंट्स इन दिनों कर्मचारियों की तंगी से गुजर रहे हैं। उनके पास इतने लोग नहीं हैं कि वे अपनी पूरी क्षमता से ग्राहकों को सर्विस दे सकें। यही कारण है कि पर्थ में मौजूद एक इटैलियन फाइन-डाइनिंग रेस्टोरेंट कर्मचारियों के लिए इतना बेताब है कि उसने वेटर्स को 55 डॉलर प्रतिघंटे तक देने की पेशकश की है। यह राशि सामान्य से करीब तीन गुना अधिक है।
कोरोना से प्रवासी लोगों के जाने से पैदा हुआ संकट
दरअसल, कोरोना वायरस के बढ़ते खतरों के कारण पर्थ की सीमाएं बंद हैं। कोविड प्रतिबंधों के कारण दूसरी जगहों से काम करने आने वाले श्रमिक शहर छोड़कर अपने-अपने घरों को जा चुके हैं। ऐसे में शहर में मौजूद कई रेस्टोरेंट्स को भारी भरकम सैलरी ऑफर करने के बावजूद काम करने के लिए लोग नहीं मिल रहे हैं।
1 घंटे के 55 डॉलर देने को तैयार
वेस्ट पर्थ रेस्टोरेंट के ऑनलाइन जॉब एडवरटाइजमेंट में कहा गया है कि उन्हें ‘अनुभवी’, ‘अत्यधिक प्रेरित’ और ‘अच्छी तरह से तैयार’ वेटर स्टाफ की जरूरत है। इसके लिए वे प्रति घंटे 55 डॉलर तक का भुगतान करने को तैयार हैं। महामारी के दौरान पर्थ के कई रेस्टोरेंट्स पहले से ही अधिक वेतन का भुगतान कर रहे हैं। लेकिन, 55 डॉलर प्रतिघंटा इस बात का संकेत देता है कि वहां के रेस्टोरेंस्ट में कितने कम कर्मचारी बच गए हैं।
संगठन बोले- हम लेबर की कमी से जूझ रहे
ऑस्ट्रेलियन होटल्स एसोसिएशन की वेस्ट ऑस्ट्रेलियन ब्रांच के सीईओ ब्रैडली वुड्स ने कहा कि सैलरी में भारी बढ़ोत्तरी की पेशकश से पता चलता है कि हमारे क्षेत्र की हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री कितने गंभीर श्रम संकट में फंस गई है। उन्होंने उन्होंने वेस्ट ऑस्ट्रेलियन को बताया कि स्टाफ की कमी का पूरे प्रदेश में रेस्टोरेंट्स और होटल इंडस्ट्री पर असर देखा जा रहा है। मुद्रास्फीती के कारण हमें पैसा भी ज्यादा देना पड़ रहा है, इसका सीधा असर ग्राहकों पर पड़ रहा है।
कई इंटरनेशनल रेस्टोरेंट्स में भी कर्मचारियों की कमी
जफरानो रेस्टोरेंट चेन के एडवरटाइजमेंट में कहा गया है कि उन्हें एक अच्छे और प्रसिद्ध रेस्टोरेंट के लिए शानदार भोजन और शानदार सर्विस करने वाले लोगों की जरूरत है। उन्होंने यह भी लिखा कि आवेदन करने वाले लोगों को खाना बनाने का अनुभव भी होना चाहिए। सफल उम्मीदवार हर शुक्रवार और शनिवार सहित हफ्ते में लगभग 40 घंटे काम करेंगे।