प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की वेस्ट बैंक के कुछ और हिस्सों पर कब्जा करने की योजना के खिलाफ शनिवार को हजारों इजरायलियों ने प्रदर्शन किया। फेस मास्क और शारीरिक दूरी का पालन कर रहे प्रदर्शनकारी शांति के समर्थन में नारे लगा रहे थे। इस दौरान कुछ ने फिलिस्तीन के झंडे भी लहराए। विरोध प्रदर्शन वामपंथी समूहों द्वारा आयोजित किया गया था और इसकी शुरुआत असरदार प्रतीत नहीं हुई। इजरायल के लगभग आधी अबादी इस नीति का समर्थन करती है। बता दें कि हाल ही में हुए एक जनमत सर्वेक्षण में आधे इजरायलियों ने नेतन्याहू की विस्तारवादी नीति का समर्थन किया था।
प्रदर्शन के दौरान आयोजकों ने अमेरिका के डेमोक्रेटिक पार्टी के सीनेटर बर्नी सैंडर्स से जुड़ा एक वीडियो भी दिखाया। लोगों को संबोधित करते हुए सैंडर्स कहते हैं कि हम सभी का कर्तव्य है कि निरंकुश नेताओं के खिलाफ खड़े हों और प्रत्येक फिलिस्तीनी और इजरायली के शांतिपूर्ण भविष्य का निर्माण करें।
वेस्ट बैंक, पूर्वी यरुशलम और गाजा पट्टी पर इजरायल ने कब्जा कर लिया था
समाचार एजेंसी रायटर्स के अनुसार 1967 के पश्चिमी एशिया युद्ध के बाद इजरायल ने वेस्ट बैंक, पूर्वी यरुशलम और गाजा पट्टी पर कब्जा कर लिया था। नेतन्याहू ने एक जुलाई तक वेस्ट बैंक में स्थित जॉर्डन घाटी और इजरायल की बस्तियों पर कब्जा करने की योजना बनाई है। माना जा रहा है कि उनकी इस योजना को अमेरिका भी हरी झंडी दे सकता है। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक शांति योजना की पेशकश की थी, लेकिन फिलिस्तीन ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया था।
यूरोपीय और अरब देशों के साथ संयुक्त राष्ट्र (UN) ने चिंता जाहिर की
इजराइल के इस कदम पर कुछ यूरोपीय और अरब देशों के साथ संयुक्त राष्ट्र (UN) ने भी चिंता जाहिर की है। इस योजना को गैरकानूनी करार देते हुए उन्होंने चेतावनी दी है कि इससे देश में असंतोष बढ़ेगा और विपरीत राजनयिक परिणाम सामने आएंगे।