भारतीय सेना (Indian Army) के जवानों ने आज लद्दाख के खारदुंगला टॉप के पास दुर्घटनाग्रस्त हुए दो नागरिकों को समय पर निकाला। दोनों नागरिकों को सेना के जवानों ने समय पर चिकित्सा सहायता दी। वहीं भारतीय सेना(फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स) ने कहा कि उनका वाहन भी लद्दाख पुलिस (Ladakh Police) के साथ मिलकर में बरामद किया गया है।
सेना के घुड़सवारों ने की यात्रा
पटियाला इन्फैंट्री ब्रिगेड से संबंधित भारतीय सेना के घुड़सवारों ने पूर्वी लद्दाख में पुराने शीतकालीन रेशम मार्ग-गपशान से सुल्तान चुस्कू तक यात्रा की। भारतीय सेना के अधिकारी ने बताया कि घुड़सवारों ने ब्रिगेड कमांडर के नेतृत्व में उप-शून्य तापमान में अत्यधिक ऊंचाई पर 21 घंटे में 56 किमी की यात्रा की।
अधिकारियों के अनुसार, उन्होंने अपने ब्रिगेड कमांडर (brigade commander) के नेतृत्व में उप-शून्य तापमान में सुपर हाई एल्टीट्यूड पर 21 घंटे में 56 किमी की यात्रा की। यह यात्रा सैनिकों ने नौ दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारतीय और चीनी सैनिकों (Indian and Chinese soldiers) के बीच आमने-सामने होने के कुछ दिनों की है। इस बीच, हाल ही में भारत-चीन झड़पों की पृष्ठभूमि में, गजराज कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीएस राणा ने तवांग सेक्टर के यांग्त्से में तैनात सैनिकों के उच्च मनोबल की सराहना की।
भारतीय सेना के अधिकारियों के अनुसार, लेफ्टिनेंट जनरल राणा आगे के दौरे के दौरान यांग्त्से, तवांग सेक्टर में 16,000 फीट की ऊंचाई पर थे। वहीं रक्षा मंत्री ने उच्च सदन को आश्वासन दिया कि हमारी सेनाएं हमारी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं और यथास्थिति को बदलने के लिए किए गए किसी भी प्रयास को विफल करना जारी रखेंगी