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आज शरद पूर्णिमा का कैसे रखें व्रत, जानें पूरी विधि एवं शुभ मुहूर्त

सनातन परंपरा में आश्विन मास की पूर्णिमा तिथि को शरद पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है. हिंदू धर्म में शरद पूर्णिमा का बहुत ज्यादा धार्मिक महत्व है. इस पावन तिथि को सुख-समृद्धि और सौभाग्य प्रदान करने वाला माना गया है. मान्यता है कि शरद पूर्णिमा की रात को जहां चंद्र देवता अमृत वर्षा करते हैं तो वहीं मां लक्ष्मी अपनी विशेष कृपा बरसाती हैं. जिस शरद पूर्णिमा के पावन पर्व से उत्तर भारत में सर्दियों की शुरुआत मानी जाती है, वह आज मनाया जा रहा है. आइए आरोग्य और सौभाग्य प्रदान करने वाले शरद पूर्णिमा तिथि से जुडे़ व्रत की विधि, शुभ मुहूर्त और नियम आदि के बारे में विस्तार से जानते हैं.

शरद पूर्णिमा की पूजा का शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार सुख-सौभाग्य की वर्षा करने वाली शरद पूर्णिमा तिथि 09 अक्टूबर 2022 को पूर्वाह्न 03:41 बजे से प्रारंभ होकर 10 अक्टूबर 2022 को दोपहर 02:24 बजे तक रहेगी. जबकि आज चंद्रोदय सायंकाल 05:51 बजे होगा.

शरद पूर्णिमा की पूजा विधि

आज शरद पूर्णिमा के दिन साधक को प्रात:काल स्नान-ध्यान करने के बाद शरद पूर्णिमा के व्रत को विधि-विधान से करने का संकल्प लेना चाहिए. इसके बाद अपने आराध्य देवी-देवता का पूजन करना चाहिए. पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु की पूजा और कथा कहने का बहुत ज्यादा महत्व है. ऐसे में यदि संभव हो तो आज भगवान सत्य नारायण की कथा सुनें या कहें. इसके बाद शाम को चंद्रोदय के समय चंद्र देवता को दूध एवं गंगाजल से अर्घ्य दें. चंंद्र देवता की पूजा करने के बाद उनकी रोशनी में गाय के दूध से बनी खीर का भोग लगाएं. उस खीर को चंद्रमा की रोशनी में ही रात भर रखें और अगले दिन प्रसाद स्वरूप सभी को बांटें. मान्यता है कि चंद्र किरणों से नहाई इस खीर में अमृत जैसे औषधीय गुण आ जाते हैं, जिसका सेवन करने से व्यक्ति पूरे वर्ष आरोग्य और सौभाग्य का सुख प्राप्त करता है.

शरद पूर्णिमा पर लक्ष्मी पूजा का महत्व

आश्विन मास की पूर्णिमा को कोजागरी पूर्णिमा भी कहते हैं, जिसका अर्थ होता है कि आखिर कौन जाग रहा है. मान्यता है कि शरद पूर्णिमा की रात धन की देवी मां लक्ष्मी उल्लू की सवारी करते हुए देखने निकलती हैं कि आखिर कौन जागकर उनकी और श्री हरि की साधना कर रहा है. मान्यता है कि इस दिन माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा से व्यक्ति को जीवन से जुड़े सभी सुख प्राप्त होते हैं.