देश में अब शिक्षा को लेकर बहस छिड़ने लगी है. स्कूली शिक्षा और सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए अब सरकारों में एक तरह से होड़ मच गई है. इस व्यवस्था में कौन आगे और कौन पीछे, इसको लेकर एक तरह से प्रतियोगिता शुरू हो गई है. इतना ही नहीं इस बहस का बड़ा मंच अब सोशल मीडिया बन गया है.
इस प्लेटफार्म पर एक राज्य के सीएम दूसरे राज्यों को अपने यहां की शिक्षा व्यवस्था से न केवल अवगत करा रहे हैं, बल्कि उनको अपने यहां बुलाकर या फिर आने का न्योता भी दे रहे हैं. ताजा मामला दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) और असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा (Assam Chief Minister Himanta Biswa Sarma) के बीच छिड़ा ट्वीटर वार है.
गत 24 अगस्त को एक मीडिया रिपोर्ट को सोशल मीडिया पर शेयर किया गया. इस रिपोर्ट में असम राज्य सरकार की ओर से 34 स्कूलों को बंद करने का नोटिस जारी करने की बात कही गई थी. इसमें गुवाहाटी के सार्वजनिक क्षेत्र के उन 16 स्कूलों का भी जिक्र किया गया जिनको पहले भी बंद कर दिया है. इन 34 नए स्कूलों को बंद करने की बड़ी वजह एक भी छात्र का 2022 हाई स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट परीक्षा में पास नहीं होना बताया गया.
इस पर पलटवार करते हुए असम के सीएम हिमंता बिस्वा शर्मा ने 25 अगस्त को सीएम केजरीवाल के ट्वीट को रिट्वीट कर लिखा-
प्रिय @अरविंद केजरीवाल जी – हमेशा की तरह आपने बिना किसी गृहकार्य के कुछ टिप्पणी की!
शिक्षा मंत्री के रूप में मेरे दिनों से, अब तक, कृपया ध्यान दें, असम सरकार ने 8610 नए स्कूलों की स्थापना/अधिग्रहण किया है; नीचे ब्रेकअप है.
दिल्ली सरकार ने पिछले 7 वर्षों में कितने नए स्कूल शुरू किए हैं?
यह मामला दूसरे दिन भी नहीं थमा और आज तीसरे दिन 26 अगस्त को दिल्ली सीएम ने असम सीएम के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा-
अरे, लगता है आप बुरा मान गए. मेरा मकसद आपकी कमियां निकालने का नहीं था. हम सब एक देश हैं. हमें एक दूसरे से सीखना है; तभी तो भारत नम्बर वन देश बनेगा. मैं आता हूं ना असम.
बताइए कब आऊँ? आप शिक्षा के क्षेत्र में अपने अच्छे काम दिखाना. आप दिल्ली आइये, मैं आपको दिल्ली के काम दिखाता हूँ.