तालिबान शासित अफगानिस्तान महिला विरोधी नीतियों के कारण हाल के दिनों में सुर्खियों में है. दुनियाभर में अफगानिस्तान की आलोचना हो रही है. ऐसे में अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी ने अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था पर बड़ा बयान दिया है.
टोलोन्यूज की रिपोर्ट के अनुसार,अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी ने दावा किया कि अफगानिस्तान में इन दिनों जमकर प्रचार प्रसार किया जा रहा है कि देश की अर्थव्यवस्था पहले की तुलना में कमजोर हुई है. लेकिन सच यह नहीं है. मुत्ताकी ने कहा कि देश में धन का उपयोग युद्ध आपूर्ति और हथियारों के बजाय परियोजनाओं के लिए किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पहले चार मिलियन नशेड़ियों को ड्रग्स देना भी एक अर्थव्यवस्था माना जाता था. लेकिन अब ऐसा नहीं है.
उन्होंने कहा कि पहले की अर्थव्यवस्था देश के लिए फायदेमंद नहीं थी. लेकिन अब देश में क्रांति आ गई है. कार्यवाहक विदेश मंत्री ने आगे खुद स्वीकार किया कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा वर्तमान अफगान सरकार पर लगाए गए प्रतिबंधों और दबावों के कारण देश की मुद्रा का मूल्य स्थिर बनी हुई है. उन्होंने यह भी कहा कि परियोजनाओं पर ध्यान देने से देश की अर्थव्यवस्था बढ़ेगी.
अमीर खान मुत्ताकी ने देशवासियों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि आपके पैसे को स्थिरता दी गई है, सीमाएं खुली हैं, कोई भी व्यापार कर सकता है, किसी तरह का आकाल नहीं है. वैश्विक स्तर पर प्रतिबंधों और दबावों के बावजूद अफगान के लिए यह एक उपलब्धि है. हालांकि कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने अफगानिस्तान से दूरी बनाई है, जिससे देश में आर्थिक संकट की स्थिति उत्पन्न हुई है. एक्सपर्ट आगे कहते हैं कि बढ़ती बैरोजगारी के कारण आने वाले समय में संकट की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. ऐसे में सरकार को अपनी विदेश नीतियों में सुधार करना होगा.