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अयोध्या में जल पुलिस नए सुरक्षा उपकरणों से लैस, सरयू में डुबकी लगाना और सुरक्षित बना रही सरकार

अगले माह की 22 तारीख को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम (Sriram) के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा (Dignity of life) से पहले अयोध्या के प्रति श्रद्धालुओं के बढ़ते आकर्षण को देखते हुए जल पुलिस ने भी कमर कस ली है। अयोध्या में पावन सलिला सरयू (saryu) के घाटों पर तैनात की गई जल पुलिस को नए सुरक्षा उपरकरणों से लैस कर दिया गया है। सरकार सरयू में आस्था की डुबकी को पूरी तरह सुरक्षित बनाना चाहती है।

 

वाराणसी, प्रयागराज व मीरजापुर के बाद अयोध्या वह चौथा शहर है, जहां के घाटों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए जल पुलिस की तैनाती की गई है। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से कई और बड़ी परियोजनाओं की सौगात सौंपने के बाद अयोध्या के प्रति श्रद्धालुओं के आकर्षण में और वृद्धि होगी। साथ ही 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देश-दुनिया से आने वाले वीवीआईपी के घाटों पर होने वाले मूवमेंट को लेकर भी जल पुलिस ने विविधत तैयारियां कर रखी हैं।

अयोध्या में जल पुलिस के एक हेड कॉन्स्टेबल व 19 कॉन्स्टेबल ड्यूटी पर हैं। सुरक्षा उपकरणों में चार बोट, चार इंजन (50 एचपी), 10 थ्रो बाल, 10 लाइफ ब्वाय रिंग, 15 लाइफ जैकेट, 10 रेस्क्यू ट्यूब व दो ड्रैगन लाइट की व्यवस्था है। इसके साथ ही एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) की दो प्लाटून है, जिसमें 35 लोग तैनात हैं। आगामी 20 जनवरी तक अन्य सुविधाएं बढ़ाई जानी संभावित हैं। इसमें छह बोट, लाइफ जैकेट व अन्य जरूरी उपकरण बढ़ने की संभावना है। नयाघाट से गुप्तारघाट तक यह जवान मुस्तैद रहते हैं। वर्ष 2019 में अयोध्या में जल पुलिस की तैनाती की गई थी। इन चार वर्षों में 400 से अधिक लोगों को जल पुलिस बचा चुकी है।