खालिस्तानी लिबरेशन फोर्स (KLF) को तगड़ा झटका लगा है। खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह का करीबी और उसके मेन हैंडलर अवतार सिंह खांडा की मौत हो गई है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि, लंदन के अस्पताल में अवतार सिंह खांडा की मौत हुई है। उसे जहर दिए जाने की भी आशंका व्यक्त की जा रही है। खांडा पंजाब का रहने वाला था उसका जन्म मोगा जिले में हुआ था।
खांडा बम बनाने में माहिर था। वारिस पंजाब दे के मुखिया अमृतपाल सिंह को 37 दिनों तक छिपाकर रखने में इसी खांडा ने मदद की थी। खांडा को ब्रिटेन में भारतीय दूतावास पर हुए हमले और तिरंगे के अपमान के बाद गिरफ्तार किया गया था। खांडा को लेकर कहा जाता है कि उसने ही पंजाब में अमृतपास सिंह को खड़ा करने में अहम भूमिका निभाई थी।
सूत्रों के मुताबिक लंदन के अस्पताल में हुई केएलएफ चीफ अवतार सिंह खांडा की मौत को उसके करीबी भले ही जहर देने की वजह से हुई मौत बता रहे हैं, लेकिन जानकारी ये है कि अवतार सिंह खंडा ब्लड कैंसर से पीड़ित था और इसी वजह से उसके शरीर में जहर फैलने की वजह से उसकी मौत की आशंका जताई जा रही है। पिछले कुछ दिनों से उसका ब्लड कैंसर को लेकर इलाज भी चल रहा था।
अवतार सिंह खांडा ने पंजाब में अपने स्लीपर सेल की मदद से अमृतपाल सिंह को 37 दिनों तक छिपाने में मदद की थी। खांडा का पूरा परिवार ही खालिस्तानी आंदोलन से जुड़ा रहा है। केंद्र सरकार ने साल 2015 में ब्रिटेन की सरकार को कुछ संदिग्ध खालिस्तानी नेताओं की एक लिस्ट सौंपी थी, जिसमें खांडा के नाम का जिक्र का था।
अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी से ठीक पहले उसकी पत्नी किरणदीर कौर को लंदन भगाने की प्लानिंग भी अवतार सिंह खांडा की ही थी। प्लानिंग पर उस समय पानी फिर गया जब पुलिस को इसकी भनक लग गई है और फ्लाइट पकड़ने से पहले ही एयरपोर्ट से कौर को हिरासत में ले लिया।
दरअसल, अमृतपाल के भीतर यह डर बैठ गया था कि पुलिस उसे पकड़ने के लिए उसकी पत्नी किरणदीप कौर को कहीं हथियार के रूप में न इस्तेमाल कर ले। किरणदीप कौर को पुलिस हिरासत में लिए जाने के बाद अमृतपाल सिंह के सरेंडर की योजना बनी। कुछ ही दिनों के भीतर अमृतपाल को मोगा के रोडे गांव के गुरुद्वारे से गिरफ्तार कर लिया गया।