माफिया अतीक अहमद (ateek Ahmed) और उसके भाई अशरफ (ashraf) की पुलिस हिरासत में सरेआम हुई हत्या की जांच कर रही एसआईटी (SIT) को बयान देने के लिए अब तक कोई चश्मदीद सामने नहीं आया है। एसआईटी ने इस मामले में सिर्फ सरकारी कर्मचारियों, पंचनामा करने वाले डॉक्टर सहित पांच-पांच लोग और पुलिसकर्मियों का बयान दर्ज किया है। उधर, उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal murder case) में अब तक फरार चल रहे पांच लाख के इनामी गुड्डू मुस्लिम और साबिर के ठिकाने का सुराग शायद पुलिस को मिल गया है। तीनों कहां हैं, ये किसी को पता नहीं लेकिन पुलिस की छापामारी और साक्ष्यों से पता चला है कि तीनों अलग-अलग छिपे हुए हैं।
15 अप्रैल को धूमनगंज पुलिस अतीक और अशरफ को इलाज के लिए कॉल्विन अस्पताल लेकर पहुंची थी। करीब 21 पुलिसकर्मियों की वहां पर ड्यूटी थी। मीडियाकर्मी बनकर पहुंचे सनी सिंह, लवलेश तिवारी और अरुण मौर्य ने अतीक और अशरफ की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसका लाइव वीडियो वायरल हुआ। एसआईटी ने सबसे पहले तीनों आरोपियों को कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की। इसके बाद घटना के प्रत्यक्षदर्शियों, इससे जुड़े सरकारी कर्मचारियों और पुलिसकर्मियों का बयान दर्ज करना शुरू किया। दो दर्जन से अधिक कर्मचारियों का बयान दर्ज हो चुका है। इसमें धूमनगंज पुलिस के अलावा कॉल्विन अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी शामिल हैं। एसआईटी ने घटना स्थल पर मौजूद अन्य लोगों को बयान के लिए बुलाया, लेकिन सरेआम हुए इस कत्लेआम पर कोई बयान देने को तैयार नहीं हुआ।
जो लोग खुद को घटना का प्रत्यदर्शी बताकर सबकुछ अपनी आंखों से देखने का दावा कर रहे थे, वो भी पीछे चले गए। कोई भी बतौर गवाह अपना नाम देने को तैयार नहीं हुआ। बयान की कार्यवाही पूरी होने के बाद अब एसआईटी को फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार है। एसआईटी ने हत्या में इस्तेमाल तुर्किए की पिस्टल, कारतूस, दोनों मोबाइल को जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा था जिसकी रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है।
क्या चेन्नई में छिपा है गुड्डू, प्रयागराज में ही है साबिर
उमेश पाल हत्याकांड में आज भी पांच-पांच लाख इनामी तीन शूटर फरार हैं। इनके पीछे प्रयागराज पुलिस, क्राइम ब्रांच के अलावा यूपी एसटीएफ लगी है। तीनों कहां है, ये किसी को पता नहीं है। लेकिन पुलिस की छापामारी और साक्ष्यों से पता चला है कि तीनों अलग-अलग छिपे हुए हैं।
बताया जा रहा बमबाज गुड्डू मुस्लिम हर बार अपनी जगह बदल देता है। उसकी दिल्ली से लेकर ओडिशा तक छिपने का प्रमाण मिला था। इसके बाद सोशल मीडिया पर दावा किया गया कि वह गोवा से चेन्नई पहुंच गया है। वहां पर किसी मुन्ना कबाली नाम के बदमाश की शरण में है। इसी तरह शूटर साबिर प्रयागराज और कौशाम्बी बार्डर पर छिपा है। दो मई को वह खुल्दाबाद में आतिन के घर पहुंचा था।
इसके अलावा तीसरे फरार शूटर अरमान के बिहार भागने की सूचना है। हत्याकांड के शुरुआत में ही अफवाह उड़ी थी कि अरमान ने बिहार में सरेंडर कर दिया है। लेकिन उस वक्त प्रयागराज पुलिस ने इसकी जानकारी से इंकार किया था। आज भी उसके बिहार में ही छिपे होने की बात सामने आई है।