महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के वरिष्ठ नेता अजीत पवार के राकांपा विधायकों के एक वर्ग के साथ सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) में फिर शामिल होने की चर्चा तेज होने के बाद, पार्टी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने आज अपनी चुप्पी तोड़ी, खबरों का हवाला दिया यह टिप्पणी करते हुए कि एनसीपी “एक एकजुट पार्टी के रूप में” काम कर रही थी!
जानकारी के लिए आपको बता दें कि शरद पवार ने हाल ही में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर सभी को चौंका दिया, हालांकि, उन्होंने अपना इस्तीफा वापस भी ले लिया है। इस पूरे प्रकरण के बाद उन्होंने अपने भतीजे अजीत पवार की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि उनके भतीजे के बारे में गलत धारणाएं थीं। वह एनसीपी के एक मेहनती सदस्य हैं। शरद पवार शनिवार को अपने गृहनगर बारामती में मीडिया को संबोधित कर रहे थे।
आपको बता दें कि शरद पवार का यह बयान ऐसे समय में आया है जब अजीत पवार के बारे में अटकलें लगायी जा रही हैं कि वह भाजपा का दामन थाम सकते हैं। उन्होंने कहा कि उनके भतीजे के बारे में भ्रम का माहौल बनाया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि ‘बहुत चर्चा थी कि वह भाजपा के साथ जाएंगे, लेकिन क्या हुआ? उनके बारे में जारी इन अटकलों में कोई सच्चाई नहीं थी।शरद पवार ने कहा कि अजीत स्वभाव से अलग हैं। वह ऐसे व्यक्ति हैं जो जमीन पर काम करना पसंद करते हैं। वह मीडिया फ्रेंडली नहीं हैं और प्रचार की परवाह नहीं करते। वह पार्टी और राज्य के लिए काम कर रहे हैं। लेकिन उनके बारे में गलत धारणाएं हैं।’
शरद पवार के इस बयान से इतर महाराष्ट्र की राजनीति में इन दिनों चाचा के इस्तीफे को वापस लेने के फैसले के बाद अजीत पवार के अगले कदम के बारे में अटकलें लग रही हैं। ऐसा इसलिए भी कि उन्होंने अपने चाचा के इस्तीफे का स्वागत किया था। बाद में शरद पवार ने इस्तीफा वापस ले लिया है। ऐसे में अजीत पवार के अगले कदम को लेकर लोगों को इंतजार है।
शरद पवार ने इस्तीफे की घोषणा कर 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले विपक्षी एकता के प्रयासों पर सवालिया निशान लगा दिया था। इस बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में पवार ने कहा कि भारत भर के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने उनसे पद पर बने रहने का आग्रह किया था। चुनाव अब महज एक साल दूर हैं और विपक्ष को एकजुट करने की प्रक्रिया अभी शुरू हुई है। उन्होंने कहा, “मेरे सहयोगियों और पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं का अनादर करना गलत होता।
शरद पवार ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष का एक साझा न्यूनतम कार्यक्रम तैयार किया जाएगा। वह विपक्षी दलों को एक साथ लाने में भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि अगले 10 से 11 महीनों में कई जगहों पर चुनाव होंगे। नीतीश कुमार, अरविंद केजरीवाल, चंद्रशेखर राव और ममता बनर्जी जैसे नेता विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं। मैं कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनाकर विपक्ष को साथ लाने की कोशिश करूंगा।
शरद पवार आज यानी रविवार को सोलापुर जाने से पहले बारामती में एनसीपी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे। वहीं, अजीत पवार 8 और 9 मई को सतारा, 10 मई को उस्मानाबाद और लातूर और 11 मई को नासिक जाएंगे।