दिसंबर के आखिरी दिनों में उत्तर भारत में रिकॉर्ड तोड़ ठंड पड़ रही है। पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों में लोग ठिठुरन से परेशान है। एक तरफ पहाड़ी इलाकों पर भयंकर बर्फबारी हो रही है। तो वहीं, मैदानी इलाके शीतलहर की चपेट में आ गए है। जिस वजह से दिल्ली समेत आस-पास के राज्यों में तेजी से पारा गिर रहा है। दिल्ली-एनसीआर में ठंड ने अपने सालों पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। राजधानी और आसपास के इलाकों में पारा 4 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे पहुंच गया है लेकिन अब मौसम विभाग ने चेतावनी दी है। आने वाले दिनों में दिल्ली समेत कई राज्यों में भयंकर ठंड पड़ने वाली है। दावा है कि पारा अभी और ज्यादा नीचे गिरेगा।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, अगले हफ्ते कड़ाके की ठंड की स्थिति बनेगी। अगले हफ्ते दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में रात काफी ठंडी रहेगी। रात में तापमान तेजी से नीचे गिरेगा। 17 से लेकर 30 दिसंबर तक उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 2-6 डिग्री सेल्सियस नीचे रहेगा। हालांकि, इसके बाद ठंड में राहत मिलेगी। मौसम विभाग के मुताबिक, मैदानी इलाकों में ठंड का सबसे बड़ा कारण जम्मू-कश्मीर में जबरदस्त बर्फबारी है। पहाड़ों पर जितनी बर्फबारी हो रही है। उसी वजह से मैदान इलाके में ठंड बढ़ेगी। मौसम विभाग के अनुसार 24 दिसंबर तक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में शीत लहर (Cold Wave) बढ़ जाएगी।
पंजाब, हरियाणा और मध्यप्रदेश में कड़ाके की ठंड
मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली में ठंड ने पिछले 11 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। सोमवार तक दिल्ली में सबसे ज्यादा ठंड रह सकती है। इसी तरह बाकि राज्यों में भी पारा गिर रहा है। अमृतसर में पारा 0.4 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। जिस वजह से पंजाब और हरियाणा पूरी तरह शीतलहर की चपेट में आ गया है। इसी तरह मध्यप्रदेश में भी कड़ाके की ठंड हो रही है। दातिया में तो न्यूनतम तापमान 3 डिग्री तक पहुंच गया है। भोपाल मौसम विभाग के मुताबिक, एमपी के 23 वेदर स्टेशनों पर शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 3 से लेकर 10 डिग्री के बीच रिकॉर्ड किया गया। इमने से छह वेदर स्टेशन ऐसे भी है जहां पारा 5 डिग्री से नीचे रहा।