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अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव के लिए टिकैत को कही ये बात, ऐसा आया सियासी जवाब

विधानसभा चुनाव से ठीक पहले समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत को चुनाव लड़ने का न्योता देकर राज्य का सियासी पारा बढ़ा दिया है। मेरठ में एक साथ बैनर पर दिखने के बाद अब जौनपुर से अखिलेश यादव ने राकेश टिकैत पर सियासी डोरे डालना शुरू कर दिया है।

समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने राकेश टिकैत को सपा में शामिल होने का न्योता दिया है। उन्होंने कहा है कि अगर राकेश टिकैत चुनाव लड़ना चाहते हैं तो उनका स्वागत है। ज्ञात हो एक दिन पहले ही मेरठ में अखिलेश यादव और जयंत चैधरी के साथ राकेश टिकैत की तस्वीर पोस्टर पर दिखी थी। भारतीय किसान यूनियन के विरोध के पोस्टर को हटा लिया गया।

rakesh tickit

अखिलेश यादव ने कहा कि अगर राकेश टिकैत सपा में आना चाहें और चुनाव लड़ना चाहते हैं तो हम उनका स्वागत करेंगे। अखिलेश यादव ने कहा कि यह राकेश टिकैत का निर्णय होगा क्योंकि वह जानते हैं कि राजनीति क्या है। उन्होंने कहा कि राकेश टिकैत से हमारे संबंध पहले भी रहे हैं। एक दिन पहले ही राकेश टिकैत ने साफ किया था कि वह फिलहाल राजनीति में नहीं आएंगे। अखिलेश यादव के इस न्योते पर उनकी क्या प्रतिक्रिया आनी बाकी है।

राजनीति नहीं करेंगे टिकैत

पोस्टर विवाद के बाद अटकलों के बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बुधवार को साफ कहा था कि वह राजनीति नहीं करेंगे। उनका सपोर्ट किसी भी राजनीतिक पार्टी को नहीं है। उन्होंने नसीहत देते हुए कहा था कि अपना खेत अपने आप जोतें राजनीतिक पार्टियां। राकेश ने कहा था कि आगे की रणनीति गांव वालों से पूछकर चुनाव आचार संहिता के बाद बताएंगे।

पोस्टर विवाद पर दी थी नसीहत

पोस्टर विवाद को लेकर राकेश ने कहा था कि मेरे से पूछ के पोस्टर नहीं लगाया गया है। राकेश टिकैत ने इस मौके पर पार्टियों को मना किया कि उनकी फोटो न लगाई जाये। अखिलेश और जयंत के साथ राकेश टिकैत के बैनर पोस्टर को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि अरे, लगा दिया होगा किसी ने बताओ क्या करें? उन्होंने कहा कि ऐसे मेरी तस्वीर किसी राजनीतिक पार्टी के पोस्टर पर नहीं लगानी चाहिए थी। ज्ञात हो कि मिशन 2022 को लेकर मेरठ में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की तस्वीरें अखिलेश यादव और जयंत चैधरी के साथ लगाई गई थीं। रातों-रात राकेश टिकैत के मेरठ पहुंचने से पहले ही वह पोस्टर और बैनर हटा लिए गये।