उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने सख्त एक्शन और कड़क फैसलों के लिए जाने जाते है और अब सीएम योगी की नजरें भ्रष्ट अधिकारियों पर है। जिसके संकेत सीएम योगी ने रविवार को दे दिए है। दरअसल रविवार को सीएम योगी ने बरेली मंडल के विकास कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि विकास योजनाओं की गुणवत्ता व समयबद्धता सुनिश्चित करने के लिए शासन, जिला और कार्रदायी संस्थाएं परियोजनाओं की नियमित निगरानी करे। विकास का पैसा जनता की गाढ़ी कमाई है। इसके पाई-पाई का सदुपयोग होना चाहिए। पैसा जिस काम का है अनिवार्य रूप से उसी पर खर्च करें। अगर कहीं भ्रष्टाचार की शिकायत आती है। तो उसकी जांच कराएं। दोषी के वेतन से उसकी वसूली करें और जरूरत पड़े तो उसकी संपत्ति जब्त करने की कार्रवाही हो।
इसके आगे सीएम योगी ने कहा कि बरेली में जल्द ही टेक्सटाइल पार्क का निर्माल होगा। जिसकी शुरूआत भी जल्द हो जाएगी। इसे लोगों को बड़े पैमाने पर रोजगार मिलेगा। इतना ही नहीं, पीलीभीत स्थित ‘चूका’ को पर्यटन स्थल बनाया जाएगा। जिसकी सारी जिम्मेदारी पर्यटन और वन विभाग को दी गई है। इस काम के लिए नियमित जिला स्तरीय बैंकर्स कमेटी के साथ बैठकर करें। खास बात ये है कि विकास कार्य में कई जरूरतमंदों को रोजगार मिलेगा। ‘आत्मनिर्भर भारत’ योजना में कृषि क्षेत्र की बुनियादी संरचना को बेहतर करने की असीम संभावनाएं हैं। इसके साथ ही पीएम स्वधन और मुद्रा जैसी प्रोत्साहित करने वाली योजनाओं से लोगों को लाभान्वित करें।
वहीं, इस दौरान सीएम योगी ने कोविड अस्पतालों में बेड्स की संख्या बढ़ाने का भी आदेश दिया। सीएम योगी ने कहा कि कोविड अस्पतालों में आईसीयू बेड्स की संख्या और बढ़ाई जाए। अस्पतालों में दवाई और ऑक्सीजन की पूरी उपलब्धता हो, ताकि मरीजों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। लखनऊ, प्रयागराज, कानपुर और गोरखपुर में विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। यह कांटैक्ट ट्रेसिंग पूरी सक्रियता के साथ हो। अधिकारी इसकी नियमित मॉनिटरिंग करें।