नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान संगठन आज कोंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) एक्सप्रेसवे पर ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे हैं. आठ जनवरी को किसानों की सरकार के साथ 9वें दौर की बातचीत तय है, लेकिन इससे पहले आज किसान बड़ा प्रदर्शन कर रहे हैं.
अगर 8 जनवरी की बैठक से हल नहीं निकला तो 9 जनवरी को कृषि कानून की कॉपी जलाने की तैयारी है. साथ ही 9 जनवरी से ही हरियाणा में किसान संगठन घर-घर जाकर लोगों से संपर्क शुरु करेंगे और 26 जनवरी के दिन दिल्ली में ट्रैक्टर परेड की चेतावनी दी गई है. केएमपी एक्सप्रेस-वे पर किसानों का ट्रैक्टर मार्च शुरू हो गया है. दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर डटे किसान अपने ट्रैक्टर को लेकर एक्सप्रेस-वे पर पहुंचे हैं.
दिल्ली से सटे गौतमबुद्ध नगर जिले की पुलिस ने एडवाइजरी जारी कर कहा है कि ईस्टर्न पेरिफ़ेरल एक्सप्रेस वे पर कई जगह ट्रैफ़िक को डाइवर्ट किया जाएगा. एनएचएआई के अफ़सरों का कहना है कि ट्रैक्टर रैली से ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरिफ़ेरल एक्सप्रेस वे पर यातायात प्रभावित होगा. इस बीच, दिल्ली से लगने वाले उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बॉर्डर्स कई जगहों पर बंद रहेंगे.
नोएडा के चिल्ला और ग़ाज़ियाबाद के ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पहले की ही तरह बंद रहेंगे हालांकि इनका एक हिस्सा खुला होगा. ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ के मुताबिक़, हरियाणा के डीजीपी मनोज यादव ने कहा है कि पुलिस ने किसानों को केएमपी एक्सप्रेस वे पर ट्रैक्टर रैली निकालने की अनुमति दे दी है. रैली की वजह से लोगों को ज़्यादा परेशानी न हो, इसलिए पुलिस ने भी ज़रूरी इंतजाम किए हैं.
रैली की वजह से कुंडली और टिकरी बॉर्डर पर दिन में यातायात ख़ासा प्रभावित रहेगा. हरियाणा के कई जिलों में किसान ट्रैक्टर रैली निकालने जा रहे हैं. पलवल में सीआरपीएफ़ के जवानों को यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात किया गया है. पुलिस किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार है और वाटर कैनन और अन्य चीजों की व्यवस्था की गई है.
किसान नेताओं ने कहा है कि ट्रैक्टर रैली को हरियाणा के गांवों से जोरदार समर्थन मिल रहा है और कई जिलों से किसान इस रैली में भाग ले रहे हैं. कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ जंग लड़ रहे किसानों ने जबरदस्त हौसले का परिचय दिया है. भयंकर ठंड, बारिश के बाद किसान और मजबूती के साथ डट गए हैं. आने वाले दिनों में किसानों ने आंदोलन को तेज़ करने के लिए कई क़दमों का एलान किया है.
‘द हिंदू’ के मुताबिक़, भारतीय किसान यूनियन हरियाणा के प्रधान जोगिंदर नैन ने कहा है कि 26 जनवरी की ट्रैक्टर परेड के लिए हर गांव से कम से कम 10 ट्रैक्टर ट्राली भेजी जाएंगी. इसके अलावा हर किसान परिवार से एक सदस्य इस परेड में भेजने के लिए कहा गया है. इसके लिए 10 जनवरी से किसान नेता हरियाणा के सारे गांवों में अभियान शुरू करेंगे किसान नेताओं ने कहा है कि इस तरह की ट्रैक्टर रैलियां पूरे देश भर में निकाली जाएंगी.
इसके अलावा हरियाणा के कई टोल प्लाजा पर किसानों का आंदोलन जारी है. किसानों और सरकार के बीच बीते शनिवार को विज्ञान भवन में सातवें दौर की बैठक भी बेनतीजा रही थी. अगली बैठक 8 जनवरी को होगी। बैठक के बाद किसान नेताओं ने कहा था कि उनका जोर इसी बात पर रहा कि सरकार को कृषि क़ानून वापस लेने ही पड़ेंगे.