भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) ने 30 मई से 30 जून तक एक महीने तक बड़ा महाअभियान (big campaign) शुरू किया है। इस दौरान पार्टी के बड़े-बड़े नेता, कैबिनेट मंत्री, मुख्यमंत्री समेत प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्री देश के अलग-अलग राज्यों की विधानसभा और लोकसभा क्षेत्रों में जाएंगे। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में भारतीय जनता पार्टी के इस महाअभियान का मुकाबला करने के लिए समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने भी एक नई रणनीति (new strategy) बना ली है।
जानकारी के मुताबिक समाजवादी पार्टी भारतीय जनता पार्टी के 30 दिनों वाले अभियान के काउंटर में 90 दिनों वाला सच जानो अभियान (Know the truth campaign) चलाएगी। पार्टी से जुड़े नेताओं के मुताबिक यह अभियान भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के उस सच को सामने लाएगा जिसका वह इन एक महीनों के दौरान जनता के बीच जाकर दावा करेंगे। फिलहाल उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनावों से पहले और विपक्ष के नेताओं की ओर से सियासी चालें राजनीतिक पिच पर दिखने लगी हैं।
भाजपा के 30 दिन बनाम सपा के 90 दिन
समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनावों से पहले अपनी जो सियासी बिसात बिछाई है उसमें कई मुद्दों को प्रमुखता से अपने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों तक से साझा किया है। पार्टी से जुड़े नेताओं का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की 30 मई से 30 जून तक के महाअभियान के बाद समाजवादी पार्टी भी सत्ता पक्ष के उन दावों की सच्चाई को जनता के सामने रखेगी जिसका वह दावा करते हैं। पार्टी से जुड़े वरिष्ठ नेता बताते हैं कि फिलहाल जमीनी स्तर पर उनकी पार्टी में अपने कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी भी दे दी है।
पार्टी में लखीमपुर और नैमिषारण्य में आयोजनों के बाद भाजपा के 30 दिनों के बदले 90 दिनों का एक बड़ा कार्यक्रम तैयार किया है। समाजवादी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता कहते हैं कि इस दौरान पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उत्तर प्रदेश के हर घर तक जाकर भारतीय जनता पार्टी के उन दावों तहकीकात करेंगे जिनका पार्टी 30 मई से 30 जून के बीच में दावा करने हर घर पहुंच रही है।
5 पॉइंट के एजेंडे पर चलेगी सपा
समाजवादी पार्टी से जुड़े एक वरिष्ठ नेता बताते हैं कि बुधवार को पार्टी के नेताओं की बैठक में तय हुआ कि कैसे अब लोकसभा चुनावों से पहले कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी को काउंटर करना है। योजना के मुताबिक समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्षों और नगर अध्यक्षों के माध्यम से एक फॉर्मेट तैयार करके भेजा जाएगा। जिसे जमीन पर उतर कर जनता की उम्मीदों के अलावा भारतीय जनता पार्टी के किए गए दावों की हकीकत को जनता के अनुरूप भरना होगा।
योजना के मुताबिक प्रक्रिया 90 दिनों की होगी। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी कहते हैं कि पार्टी अगले कुछ दिनों में पूरे प्रदेश में बूथ स्तर पर अपने नेटवर्क को और मजबूत कर लेगी। उसके बाद जो दिशा निर्देश पार्टी मुख्यालय से जारी किए गए हैं उन पर जिला अध्यक्ष नगर अध्यक्ष समेत बूथ स्तर तक के कार्यकर्ता और पदाधिकारियों को जिम्मेदारी के साथ काम करके पूरा फीडबैक जिला अध्यक्ष के माध्यम से पार्टी मुख्यालय को भेजा जाएगा। राजेंद्र चौधरी कहते हैं कि आने वाले चुनावों में समाजवादी पार्टी मजबूती के साथ लोकसभा का चुनाव लड़ने जा रही है।
सपा के लिए रिपोर्ट होगी गेम चेंजर!
समाजवादी पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी एक महीने के भीतर उत्तर प्रदेश के सभी लोगों से मिलने का दावा कर रही है। उनका कहना है कि समाजवादी पार्टी एक महीने में पूरे प्रदेश के लोगों से मिलकर तीन महीने का लक्ष्य रखा है। योजना के मुताबिक इस काम पर समाजवादी पार्टी एक जून से आगे बढ़ेगी। अगस्त तक पूरी रिपोर्ट समाजवादी पार्टी के मुख्यालय में सौंप दी जाएगी।
पार्टी से जुड़े एक वरिष्ठ नेता और रणनीतिकार बताते हैं कि तीन महीने के भीतर समाजवादी पार्टी को भारतीय जनता पार्टी के दावों की जो रिपोर्ट मिलेगी उसके आधार पर ही समाजवादी पार्टी जनता के बीच जाकर सियासी माहौल बनाएगी। समाजवादी पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि लोकसभा चुनावों में जनता से किए जाने वाले वादों का मेनिफेस्टो भी इसी आधार पर तय किए जाने की योजना बन रही है।
सपा के पास न नेता न जनाधार
भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी कहते हैं कि समाजवादी पार्टी के पास न लोग हैं, न नेता हैं, न जनाधार है। चुनाव सिर पर है तो पार्टी को कुछ ना कुछ तो कहना और करना ही है। इसलिए समाजवादी पार्टी जो चाहे करें लेकिन देश की जनता ने उत्तर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार के विकास का मॉडल देखा है। प्रदेश के दूरदराज जिले के गांव में चले जाइए आपको मोदी और योगी सरकार के विकास की कहानी दिख जाएगी।