आज कल लव जिहाद काफी चर्चा में बना हुआ है। अब मध्यप्रदेश के बाद उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने भी साफ कर दिया है कि बहुत जल्द ही लव जिहाद के खिलाफ कानून बनेगा। इससे पहले ,सीएम योगी खुद अग्रीम मोर्चे पर आकर लव जिहाद के खिलाफ अपना सख्त रूख दिखा चुके हैं। उधर, लव जिहाद के खिलाफ कानून बनने पर सीएम अशोक गहलोत भी नाराज दिख रहे हैं। उन्होंने अपने नाराजगी को अपने ट्वीटर अकाउंट पर बयां किया है। उन्होंने तीन ट्वीट किए हैं, जिसमें उन्होेंने लव जिहाद के खिलाफ कानून बनने पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है।
बीजेपी पर बरसे गहलोत
बता दें कि सीएम अशोक गहलोत ने लव जिहाद के खिलाफ कानून बनने पर ट्वीट कर कहा कि लव जिहाद भाजपा के द्वारा गढ़ा हुआ शब्द है, जो देश और सामाज में शांति भंग करने काम करते हैं। शादी व्यक्तिगत आजादी का मसला है। शादी को रोकने के लिए लाया जाने वाला कोई भी कानून पूर्णतया असंवैधानिक है।इसके साथ ही उन्होंने अपने दूसरे में ट्वीट कर कहा कि देश में ऐसा माहौल बनाया जा रहा है, जहां वयस्क लोगों की सहमति राज्य की दया पर निर्भर हो जाएगी। शादी निजी फैसला है और वे इसमें रुकावट डाल रहे हैं। यह व्यक्तिगत आजादी को छीनने जैसा है।
Love Jihad is a word manufactured by BJP to divide the Nation & disturb communal harmony. Marriage is a matter of personal liberty, bringing a law to curb it is completely unconstitutional & it will not stand in any court of law. Jihad has no place in Love.
1/— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) November 20, 2020
इसके साथ ही उन्होंने अपने दूसरे में ट्वीट कर कहा कि देश में ऐसा माहौल बनाया जा रहा है, जहां वयस्क लोगों की सहमति राज्य की दया पर निर्भर हो जाएगी। शादी निजी फैसला है और वे इसमें रुकावट डाल रहे हैं। यह व्यक्तिगत आजादी को छीनने जैसा है।
They are creating an environment in the nation where consenting adults would be at the mercy of state power. Marriage is a personal decision & they are putting curbs on it, which is like snatching away personal liberty.
2/— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) November 20, 2020
इसके बाद फिर उन्होंने अपने तीसरे में ट्वीट में कहा कि यह साम्प्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की चाल और सामाजिक टकराव को बढ़ाने वाला कदम है। इसके साथ ही संविधान के उस प्रावधान का अनादर है, जिसमें राज्य किसी नागरिक के साथ किसी भी आधार पर किसी तरह का भेदभाव नहीं कर सकता।
It seems a ploy to disrupt communal harmony, fuel social conflict & disregard constitutional provisions like the state not discriminating against citizens on any ground.
3/— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) November 20, 2020
गौरतलब है कि इससे पहले कई मौकों पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित भाजपा के कई नेता लव जिहाद के खिलाफ सख्त रूख का परिचय देते हुए इसके खिलाफ कानून बनाने बात कह चुके हैं।