संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय (United Nations Human Rights Office) ने शनिवार को रूसी हमले (Russian attack) के बाद से यूक्रेन (Ukraine) में 351 आम नागरिकों की मौत की पुष्टि की है. जिनेवा स्थित कार्यालय ने कहा कि 24 फरवरी की युद्ध की शुरुआत से अब तक 707 आम नागरिक घायल हुए हैं.
यूएनएचसीआर ने बताया कि डोनेट्स्क और लुहान्स्क क्षेत्रों में 86 लोग मारे गए हैं, जबकि 385 घायल हुए हैं. आगे बताया गया है कि कीव के अलावा चर्कासी, चेर्नीहीव, खारकीव, खेरसॉन, ओडेसा, सूमी, जापोरोजे और जाइटॉमिर क्षेत्रों में 265 नागरिक मारे गए है और 322 लोग घायल हुए हैं.
आरएनबीओ (RNBO) के सचिव एलेक्सी डेनिलोव के अनुसार, यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के परिणामस्वरूप 804 से अधिक बच्चे घायल हुए हैं. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने इन आंकड़ों के लिए कंफर्म रिपोर्ट का उपयोग किया है. हालांकि यूक्रेन के अधिकारियों ने हताहतों की इससे कहीं अधिक संख्या पेश की है. कुछ दिन पहले ही संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने कहा था एक हफ्ते से भी कम समय में रूस के आक्रमण के बाद से 10 लाख लोग यूक्रेन से भाग गए हैं.
यूक्रेन से पलायन करने वाले लोगों की संख्या 2 प्रतिशत से अधिक
यूएनएचसीआर (UNHCR) की गणना के मुताबिक, एक हफ्ते से भी कम समय में पलायन करने वाले लोगों की ये संख्या यूक्रेन की आबादी के 2 प्रतिशत से अधिक के बराबर है. यूएनएचसीआर की प्रवक्ता शाबिया मंटू ने कहा कि यूएनएचसीआर ने पहले अनुमान लगाया था कि यूक्रेन से 40 लाख लोग पलायन कर सकते हैं, लेकिन एजेंसी अपने पूर्वानुमान का पुनर्मूल्यांकन करेगी.
यूक्रेन संकट हो सकता है सदी का सबसे बड़ा शरणार्थी संकट
ताजा आंकड़े दर्शाते हैं कि आधे से अधिक अर्थात करीब चार लाख 54 हजार लोग पोलैंड और एक लाख 16 हजार से अधिक हंगरी गए हैं और 79,300 ने मोल्दोवा में शरण ली है. कुल 69,000 लोग अन्य यूरोपीय देश गए हैं तो 67,000 लोगों ने स्लोवाकिया का रुख किया है. यूएनएचसीआर की प्रवक्ता शाबिया मंटू ने कहा कि यूक्रेन के पश्चिमी हिस्से वाले पड़ोसी देशों में लोगों का भागकर जाना जारी है. उन्होंने कुछ दिन पहले ही आगाह किया था कि यूक्रेन से लोगों का पलायन इतने बड़े पैमाने पर जारी है कि यह इस सदी का सबसे बड़ा शरणार्थी संकट होगा.